कोरोना ड्यूटी में लगे मेडिकल स्टाफ के लिए PM मोदी का बड़ा ऐलान, सरकारी नौकरी में मिलेगी प्राथमिकता

पीएम मोदी ने कहा कि कोविड-19 के 100 दिनों को पूरा करने वाले चिकित्सा कर्मियों को नियमित सरकारी भर्तियों में प्राथमिकता दी जाएगी। देश मे बढ़ते कोरोना के कारण एमबीबीएस ,नीट की परीक्षा रद्द कर दी गई है।

Updated: May 03, 2021, 01:50 PM IST

Photo courtesy: tv9
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दिल्ली। देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच नीट पीजी  परीक्षा अगले चार महीनों के लिए रद्द कर दी गई है। बताया जा रहा है देश में कोरोना महामारी के कारण बने हालात को देखते हुए मेडिकल स्टाफ की संख्या बढ़ाने के मकसद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फैसला किया है। सोमवार को पीएमओ ने सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी। 


वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने कहा कि 31 अगस्त से पहले एनईईटी परीक्षा नही होगी। परीक्षा 4महीने के लिए टाली गई है। एग्जाम होने से एक महीने पहले स्टूडेंट्स को इसकी जानकारी दी जाएगी ताकि उन्हें तैयारियों के लिए पर्याप्त समय मिल सके। केंद्र सरकार ने इस मसले पर राज्यों को भी लेटर लिखा है। केंद्र ने कहा है कि राज्य और केंद्रशासित प्रदेश की सरकारें हर नीट पीजी कैंडिडेट तक पहुंचने की कोशिश करें और जरूरत के इस वक्त में उन्हें कोविड वर्क फोर्स में शामिल करें।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में 1500 ऑक्सीजन प्लांट लगाने पर काम चल रहा है. इसके साथ ही, ऑक्सीजन प्लांट के पास ही कोविड सेंटर बेड लगाए जाएंगे और नाइट्रोजन प्लांट से ऑक्सीजन बनाई जाएगी।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश में कोरोना मरीजों के लिए पर्याप्त मेडिकल स्टाफ की बढ़ती जरूरत की समीक्षा की थी। इस मीटिंग में कई अहम फैसले लिए गए। इसके तहत एमबीबीएस फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स की ड्यूटी कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीजों की मॉनिटरिंग के लिए लगाई जाएगी। वहीं, बीएससी(नर्सिंग), जीएनएम पास नर्सों की सेवाएं सीनियर डॉक्टरों की निगरानी में फुल-टाइम नर्सिंग के लिए ली जाएंगी। उन्हें राज्य सरकार द्वारा वेतनमान   दिया जाएगा।


इसके साथ ही जिन मेडिकल कर्मचारी ने कोरोना ड्यूटी के 100 दिन पूरे कर लिए हैं, उन्हें भविष्य में सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता दी जाएगी। ऐसे कर्मचारियों को प्रधानमंत्री कोविड राष्ट्रीय सेवा सम्मान भी दिया जाएगा।