बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में इफ्तार पार्टी पर मचा हंगामा, छात्रों के एक वर्ग ने कुलपति पर लगाया तुष्टिकरण का आरोप 

विश्वविद्यालय ने कहा है कि इफ्तार का आयोजन आधिकारिक नहीं था, छात्रों और अध्यापकों के निमंत्रण पर कुलपति इसमें शामिल हुए, छात्रों के बीच भ्रामक सूचना फैलाई गई ताकि कैंपस का माहौल बिगड़े,  कैंपस में इफ्तार पार्टी आयोजित करने की परंपरा दो दशक पुरानी 

Updated: Apr 29, 2022, 03:35 AM IST

नई दिल्ली। देश के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में शुमार बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में बुधवार को इफ्तार पार्टी के आयोजन और उसमें विश्वविद्यालय के कुलपति के शामिल होने पर हंगामा मच गया है। छात्रों के एक वर्ग ने इस पर आपत्ति जताई है और उनके आवास के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किया। छात्रों ने कुलपति पर तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उनका पुतला भी जलाया। 

छात्रों ने आरोप लगाया है कि विश्वविद्यालय में पहली बार इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया और इसका पूरा खर्च भी विश्वविद्यालय ने वहन किया। छात्रों के एक वर्ग का कहना है कि वे कैंपस में आधिकारिक रूप से इफ्तार पार्टी आयोजित नहीं होने देंगे। वहीं, विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार विश्वविद्यालय स्थित महिला महाविद्यालय में इफ्तार पार्टी का आयोजन कुलपति सुधीर जैन की ओर से नहीं किया गया था। बल्कि बीएचयू का प्रमुख होने के नाते छात्रों और अध्यापकों के निमंत्रण पर यह इसमें शामिल हुए थे। 

विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी चंद्रशेखर ग्रेवाल ने ट्वीट कर कहा कि छात्रों के बीच भ्रामक सूचना फैलाई गई कि कुलपति ने इफ्तार पार्टी का आयोजन किया है, जबकि ऐसा बिलकुल भी नहीं है। दूसरे बीएचयू में पहली बार इफ्तार पार्टी का आयोजन नहीं किया गया, कैंपस में इफ्तार पार्टी आयोजित करने की परंपरा पिछले दो दशकों से जारी है। हालाँकि कोविड महामारी की वजह से पिछले दो वर्षों से इफ्तार का आयोजन नहीं किया जा सका था। 
विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर भुवन चंद कापड़ी ने कहा है कि इफ्तार पार्टी विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित कोई आधिकारिक कार्यक्रम नहीं था और  यह पहली बार नहीं है कि विश्वविद्यालय का कोई अधिकारी इसमें शामिल हुआ है। पहले भी विश्वविद्यालय के अधिकारी इफ्तार पार्टी में शामिल होते रहे हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों के एक वर्ग द्वारा कैंपस में शैक्षणिक माहौल बिगाड़ने के प्रयास की निंदा की है और कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।