जर्मनी ने भेजा 4 लाख लीटर ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता वाला प्लांट, दो दिन में करने लगेगा काम

जर्मनी से आया ऑक्सीजन प्लांट सरदार वल्लभभाई पटेल कोविड अस्पताल में किया गया स्थापित, भारत में जर्मनी के राजदूत वाल्टर जे लिंडनर ने किया प्लांट का निरीक्षण, चार लाख लीटर आक्सीजन उत्पादन है क्षमता, 13 सदस्यीय जर्मन पैरामैडिकल स्टाफ करेगा प्लांट का मेटेंनेस

Updated: May 08, 2021, 06:45 AM IST

Photo courtesy: twitter/ ani
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दिल्ली। भारत में कोरोना के लगातार बढ़ते ग्राफ और रोजाना चार लाख से ज्यादा मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है। देश में ऑक्सीजन की किल्लत किसी से छुपी नहीं है, इस बीच राहत की खबर जर्मनी से आई है। जर्मनी ने चार लाख लीटर ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता वाला एक ऑक्सीजन प्लांट भारत भेजा है। यह प्लांट डीआरडीओ द्वारा संचालित सरदार वल्लभभाई पटेल कोविड अस्पताल में काम करेगा। शनिवार को भारत में जर्मन राजदूत वाल्टर जे लिंडनर ने प्लांट का निरीक्षण किया।

जर्मनी से आया यह ऑक्सीजन प्लांट दो दिन में काम करने लगेगा।  उम्मीद की जा रही है कि इस प्लांट के कार्य करने से भारत में ऑक्सीजन की कमी पूरी करने में मदद मिलेगा। इस प्लांट की खास बात यह है कि यहां उत्पादन के साथ-साथ ऑक्सीजन सिलेंडर भी भरे जा सकेंगे। इस आक्सीजन प्लांट के इंस्टालेशन के लिए जर्मनी से 13 पैरामेडिकल स्टाफ को भी भेजा गया है। यह स्टाफ इस प्लांट का मेंटेनेंस करेगा। जब यह आक्सीजन प्लांट सुचारु रूप से काम करने लगेगा तब इसे रेडक्रॉस सोसाइटी को सौंपे जाने की योजना है।

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जर्मन से जो 13 सदस्यीट टीम आई है, वह इस प्लांट के मैनेजमेंट की ट्रेनिंग भारतीय रक्षा कर्मियों देगी।अपने मित्र देशों की हर कठिन परिस्थिति में मदद का वादा निभाते हुए यूरोपियन यूनियन, जर्मनी और जर्मन फेडरल राज्यों ने भारत की मदद की पेशकश की थी।

गौरतलब है कि भारत और जर्मनी में गहरी मित्रता है। जर्मनी कोरोना के कठिन दौर में भारत की मदद के लिए आगे आया है। इसी कड़ी में जर्मनी ने भारत को ऑक्सीजन प्लांट और कई स्वास्थ्य उपकरण उपलब्ध करवाएं हैं।