Ashok Gehlot: बागियों से मतभेद भुलाकर साथ काम करेंगे

Rajasthan News: सचिन पायलट गुट की वापसी से अशोक गहलोत खेमे में नाराजगी की खबरें, सीएम गहलोत बोले उनका नाराज होना जायज

Updated: Aug 13, 2020, 05:34 AM IST

जयपुर। बागी विधायकों की घरवापसी पर प्रतिक्रिया देते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अब हम सब मिलकर राज्य की सेवा करेंगे। सरकार गिराने का बीजेपी का षड्यंत्र कामयाब नहीं हुआ और जो हमारे दोस्त चले गए थे, वे वापस आ गए हैं। मुझे आशा है कि हम सब मिलकर अपने मतभेद सुलझा लेंगे और साथ काम करेंगे।

सीएम अशोक गहलोत की यह प्रतिक्रिया तब आई है जब खबरें हैं कि बागियों की वापसी से उनके वफादारों में असंतोष पैदा हो गया है। पहले तो उनके वफादार विधायकों ने बागियों पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा था। हालांकि, कार्रवाई ना होने पर वफादार विधायकों ने बागियों को कोई पद ना देने की नई मांग रखी है। दूसरी तरफ सचिन पायलट ने घरवापसी की मांगों में अपने खेमे के विधायकों को कैबिनेट और दूसरी राजनीतिक नियुक्तियों में जगह देने के लिए कहा।

हालांकि, अशोक गहलोत ने अपने खेमे के विधायकों की नाराजगी को अलग संदर्भ देते हुए कहा, “विधायकों का नाराज होना स्वाभाविक है। जिस तरह से सारा घटनाक्रम हुआ और विधायकों को महीने भर रुकना पड़ा, उनका नाराज होना स्वाभाविक है। मैंने उन्हें समझाया है कि अगर हमें देश, राज्य, लोगों की सेवा करनी है और लोकतंत्र को बचाना है तो कभी कभी हमें कुछ सहना भी पड़ता है।”

दूसरी तरफ अभी यह साफ नहीं है कि क्या सचिन पायलट को राजस्थान सरकार में कोई पद दिया जाएगा। हालांकि, सचिन ने कहा है कि उन्होंने आलाकमान से कोई पद नहीं मांगा है और उनके मन में किसी के प्रति कोई दुर्भावना नहीं है। अब अगर पायलट को गहलोत के साथ काम करने की जिम्मेदारी दोबारा दी जाती है तो यह देखना दिलचस्प होगा कैसे दोनों के बीच सांमजस्य बैठेगा। भले की पायलट ने दुर्भावना होने की बात पायलट ने नकारी है लेकिन उन्होंने यह भी स्वीकारा है कि गहलोत के ‘निकम्मा’ और ‘नकारा’ जैसे बयानों से उन्हें ठेस पहुंची है।

दूसरी तरफ अब गहलोत खेमे के विधायक भी अपनी वफादारी के एवज में मलाईदार पद मांगेगे। ऐसे में कांग्रेस हाईकमान और गहलोत किसे क्या देंगे और इससे क्या नए समीकरण बनेंगे, यह तो बाद में ही पता चलेगा।