कोरोना के बीच राजस्थान में आया बर्ड फ्लू, सैकड़ों कौओं की मौत से हड़कंप

25 दिसंबर से लगातार हो रही है कौओं की मौत, इंसानों पर भी मंडराया खतरा, जांच में कौओं में एवियन इंफ्लुएंजा की हुई पुष्टि, प्रशासन ने लगाया कर्फ्यू

Updated: Jan 01, 2021, 12:14 AM IST

Photo Courtesy : The Atlantic
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जयपुर। देशभर में कोरोना संकट के बीच अब बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है। राजस्थान के जोधपुर और झालावाड़ में बड़ी संख्या में कौओं की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि राज्य के विभिन्न स्थानों पर सैंकड़ों कौए संदिग्ध हालात में मृत पाए गए हैं। झालावाड़ के कौओं में एवियन इन्फ्लूएंजा यानी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है।

कौओं में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद से राज्यभर में हड़कंप मच गया है। वहीं पोल्ट्री फार्म का बिजनेस करने वाले लोग भी भयभीत हैं। यह बर्ड फ्लू आम तौर पर पक्षियों को ही अपनी चपेट में लेता है, लेकिन उनसे इंसानों तक पहुंचने का खतरा भी रहता है। झालावाड़ में कौओं के बड़ी संख्या में मरने के बाद कोटा से विशेषज्ञों की टीम तत्काल वहां पहुंच गई है। यह टीम कौओं की जांच करेगी। फिलहाल, कौओं में एवियन इन्फ्लूएंजा की पुष्टि होने के बाद शहर के सभी पोल्ट्री फार्म और इनसे जुड़ी दुकानों पर सैंपलिंग करवाई जा रही है। वहीं, बालाजी क्षेत्र में स्थित पोल्ट्री और अंडों की दुकानों से बिक्री बंद करवा दी गई है।

जोधपुर में हुई सबसे पहले कौओं की मौत

रिपोर्ट्स के मुताबिक राज्य में सबसे पहले जोधपुर में कौओं की मौत का मामला सामने आया था। शहर में राजीव गांधी पुलिस थाने के पास करीब एक हफ्ते से रोज कौए मृत मिल रहे हैं। मंगलवार को 32 और बुधवार को 15 कौए मृत पाए गए। मामला सुर्खियो में आने के बाद पशुपालन विभाग ने कौओं के सैंपल भोपाल भेजे, लेकिन अभी इनकी रिपोर्ट नहीं आई। जोधपुर के कुछ विशेषज्ञों ने शुरुआत में आशंका जताई की थी कि रानीखेत नाम की बीमारी से कौओं की मौत हो रही है। अब झालावाड़ में एवियन इन्फ्लूएंजा की पुष्टि के बाद चिंता बढ़ गई है।

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क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

हिंदी अखबार भास्कर ने पशु चिकित्सक डॉ. टीए बंसोड़ के हवाले से बताया कि एवियन इन्फ्लूएंजा यानी बर्ड फ्लू  वायरस की वजह से होने वाली बीमारी है, जो एक पक्षी से दूसरे पक्षी तक तेजी से फैलती है। इससे अधिकांश पक्षियों की मौत होती है। पक्षियों से यह बीमारी मनुष्यों में भी फैल सकती है। इसलिए इसमें एवियन इन्फ्लूएंजा एक्शन प्लान-2015 के तहत ही कार्रवाई की जाती है।

एवियन इन्फ्लूएंजा एक संक्रामक बीमारी है, जो पालतू और जंगली पक्षियों की कई प्रजातियों को प्रभावित करती है। सामान्य रूप से यह संक्रमण पक्षियों में पाया जाता है, लेकिन कभी-कभी यह इंसानों समेत अन्य कई स्तनधारियों को भी इनफेक्टेड कर सकता है।