मिशन चंद्रयान 3ः चांद पर लैंड करने को चंद्रयान तैयार, लैंडर विक्रम हुआ अलग, ISRO ने दिया लेटेस्ट अपेडट

चंद्रयान फिलहाल चांद के आखिरी ऑर्बिट में मौजूद है। चंद्रयान-3 चांद से करीब 150 किलोमीटर की दूरी पर है। इस बीच आज प्रोप्लशन मॉड्यूल से लैंडर अलग हो गया है।

Updated: Aug 17, 2023, 03:28 PM IST

 भोपाल। भारत का मिशन मून चंद्रयान-3 चांद के बेहद करीब पहुंच चुका है। चंद्रयान फिलहाल चांद के आखिरी ऑर्बिट में मौजूद है। चंद्रयान-3 चांद से करीब 150 किलोमीटर की दूरी पर है। इस बीच आज प्रोप्लशन मॉड्यूल से लैंडर अलग हो गया है। इसके साथ ही लैंडिंग की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसरो ने कुछ देर पहले इसका औपचारिक ऐलान कर दिया। यानी कि अब चांद पर भारत के चंद्रयान-3 की लैंडिंग बस कुछ ही दिन दूर है।

इसरो ने ट्वीट कर बताया था कि चंद्रमा की 153 किलोमीटरx163 किलोमीटर की कक्षा में चंद्रयान-3 स्थापित हो गया, जिसका पहले से अनुमान लगाया गया था। इसके साथ ही चंद्रमा की सीमा में प्रवेश प्रक्रिया पूरी हो गई। चंद्रयान-3 ने 14 जुलाई को लॉन्चिंग के बाद पांच अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था। इसके बाद इसने 6, 9 और 14 अगस्त को चंद्रमा की अगली कक्षाओं में प्रवेश किया और चांद के नजदीक पहुंचता गया। अगर 23 अगस्त को लैंडर चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करता है तो ये भारत की बड़ी कामयाबी होगी।

14 जुलाई की लॉन्चिंग के बाद 5 अगस्त को चंद्रयान-3 चांद की पहली ऑर्बिट में पहुंचा था। इसी दिन चंद्रयान-3 ने चांद की पहली तस्वीरें जारी की थीं।  उसके बाद अब तक चार बार ऑर्बिट बदली गई है। पहला ऑर्बिट 164×18074 किलोमीटर का था। फिर 6 अगस्त को ऑर्बिट घटाकर 170×4313 किलोमीटर किया गया। इसके साथ ही चंद्रयान-3 चांद के दूसरे ऑर्बिट में चला गया। इसके बाद 9 अगस्त को तीसरी बार ऑर्बिट बदली गई। तब चंद्रयान चांद की सतह से 174×1437 किलोमीटर की ऑर्बिट में घूम रहा था।