किसान आंदोलन का एक साल पूरा, खनौरी बॉर्डर पर महापंचायत को संबोधित करेंगे डल्लेवाल

किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल 76 दिनों से भूख हड़ताल पर हैं। उनका कहना है कि जब तक सरकार किसानों की पूरी मांगें नहीं मान लेती वह अपना भूख हड़ताल खत्म नहीं करेंगे।

Updated: Feb 12, 2025, 03:13 PM IST

नई दिल्ली। पंजाब के खनौरी और शंभू बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन को आज 1 साल पूरे हो गए। किसान फसलों पर एमएसपी समेत अन्य मांगों को लेकर 1 साल से खनौरी और शंभू बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। आज इस उपलक्ष्य पर खनौरी बॉर्डर पर एक बड़ी किसान महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बड़ी संख्या में किसानों के शामिल होने की संभावना है। इस मौके पर किसान नेता जगजीत सिंह देशवासियों के नाम महत्वपूर्ण संदेश देंगे। डल्लेवाल के अनशन को भी 78 दिन पूरे हो चुके हैं। 

किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) ने पिछले साल फरवरी में 'दिल्ली चलो' की तर्ज पर विरोध प्रदर्शन शुरू किया था। कई बार किसानों ने दिल्ली कूच की कोशिश की लेकिन उन्हें हरियाणा बॉर्डर पर ही रोक दिया गया। आंदोलन के 1 साल पूरा होने पर किसान संगठनों ने खनौरी बॉर्डर पर महापंचायत करने का ऐलान किया है।

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किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि शंभू बॉर्डर पर बुधवार को गुरु रविदास का प्रकाश दिवस भी मनाया जाएगा। एक साल से किसानों ने चिलचिलाती धूप, बारिश एवं कड़कड़ाती ठंड का सामना किया। बावजूद आज भी किसानों के हौसले बुलंद हैं। सरकार अब भी हमारे धैर्य की परीक्षा ले रही है। किसानों की लड़ाई किसी पार्टी विशेष से नहीं बल्कि सरकारों की कॉरपोरेट हितैषी नीतियों के खिलाफ है। जब राजनीतिक पार्टियां विपक्ष में होती हैं तो उनकी बोली कुछ ओर होती है और सत्ता में आने के बाद अपनी बात से ही 180 डिग्री का यू-टर्न मार लेते हैं।

मीडिया से बात करते हुए एसकेएम (गैर-राजनीतिक) के नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि 22 जनवरी को उन्होंने खनौरी और शंभू सीमा बिंदुओं पर जारी प्रदर्शन के एक साल पूरा होने के मौके पर 12 फरवरी को खनौरी बॉर्डर और 13 फरवरी को शंभू बॉर्डर पर ‘किसान महापंचायत’ के अपने कार्यक्रमों की घोषणा की थी। उधर, एसकेएम (गैर-राजनीतिक) के किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल 76 दिनों से भूख हड़ताल पर हैं। उनका कहना है कि जब तक सरकार किसानों की पूरी मांगें नहीं मान लेती वह अपना भूख हड़ताल खत्म नहीं करेंगे।