धरती की तरफ़ तेज़ी से बढ़ रहा है बुर्ज खलीफा जितना विशाल उल्कापिंड

90 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार, 29 नवंबर को होगा धरती के सबसे क़रीब, NASA का दावा धरती से टकराने की आशंका नहीं

Updated: Nov 28, 2020, 12:02 AM IST

Photo Courtesy: The Canberra Times
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अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के एक अलर्ट के अनुसार एक विशाल उल्कापिंड बड़ी तेज़ी से धरती की ओर बढ़ रहा है। इस उल्कापिंड का आकार बुर्ज खलीफा के लगभग बराबर है। उल्कापिंड को वैज्ञानिकों ने पहचान के लिए जो नंबर दिया है वो है - 153201 2000 WO107। नासा से मिली जानकारी के अनुसार यह करीब 90 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की अकल्पनीय रफ्तार से धरती की ओर बढ़ रहा है। 
तेज़ी से धरती की ओर बढ़ते इस उल्कापिंड का आकार करीब 820 मीटर है, जबकि बुर्ज खलीफा की ऊंचाई 829 मीटर है। बुर्ज खलीफा को दुनिया का सबसे बड़ा मैन मेड स्ट्रक्चर कहा जाता है। उल्कापिंड के धरती की तरफ बढ़ने की रफ्तार 90 हज़ार किलोमीटर प्रति घंटे से है, जो किसी मिसाइल की रफ्तार के बाईस गुने से भी ज़्यादा है। मिसाइल की स्पीड 4 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा होती है, जबकि बंदूक की गोली साढ़े चार हजार किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चलती है। आपको बता दें कि धरती और चंद्रमा की औसत दूरी 3 लाख 85 हजार किलोमीटर है। नासा इस दूरी के 20 गुना की सीमा में आने वाली हर चीज की निगरानी को प्राथमिकता देता है। 

नासा ने इस उल्कापिंड को नियर अर्थ ऑब्जेक्ट बताया है। लेकिन राहत की बात ये है कि इसके धरती से टकराने की आशंका नहीं है। NASA का अनुमान है कि यह उल्कापिंड 29 नवंबर यानि रविवार की रात पृथ्वी से कुछ हजार किलोमीटर दूर से गुज़र जाएगा। आपको बता दें कि साल 2020 में कई खतरनाक उल्कापिंड धरती के करीब से गुजर चुके हैं। गनीमत यह रही कि उनमें से कोई धरती से टकराया नहीं। नासा ने अब तक एक लाख से अधिक उल्कापिंडों का पता लगाया है।