महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक, नई कोरोना गाइडलाइन जारी

महाराष्ट्र में बीते सात दिनों में नए मरीज मिलने की रफ्तार में 200% की बढ़ोतरी, गुरुवार को प्रदेश में 5,427 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले, मुंबई में होम क्वारंटाइन में रहने वालों के हाथों पर लगेगी सील

Updated: Feb 19, 2021, 07:05 AM IST

Photo Courtesy: Indian express
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मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत हो गई है। गुरुवार को 5,427 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। जिनमें से मुंबई में ही 736 नए केस हैं। इससे पहले 4 दिसंबर को 5 हजार से ज्यादा संक्रमित मरीज मिले थे। उसके बाद मरीजों की संख्या में कमी आ रही थी। लेकिन अब लगातार मामले बढ़ते जा रहे हैं।

इस बीच महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्होंने ट्वीट के जरिए बताया है कि उनकी सेहत ठीक है। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 20 लाख 81 हजार 520 तक पहुंच चुका है। 19 लाख 87 हजार 804 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। अबतक महाराष्ट्र में कोरोना से 51 हजार 669 मरीजों ने दम तोड़ा है। वहीं एक्टिव मरीजों की संख्या 40 हजार 858 है।

महाराष्ट्र के तीन जिलों की हालत पहले से ही खराब हैं। यवतमाल, अकोला और अमरावती के हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। प्रशासन ने यवतमाल में 28 फरवरी तक नाइट कर्फ्यू की घोषणा की है। तीनो जिलों में रविवार को टोटल लॉक डाउन रहेगा। ये लॉकडाउन शनिवार रात 8 बजे लेकर सोमवार सुबह तक जारी रहेगा। वहीं पुणे, नासिक, नागपुर, वर्धा और बुलढाणा में भी कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है।   

मुंबई के लिए भी नई गाइडलाइन जारी की गई है। होम क्वारंटाइन में भी सख्ती होगी, नियम तोड़ने वालों पर कड़ा एक्शन लिया जाएगा। होम क्वारंटाइन में रहने वालों के हाथों पर भी सील लगाई जाएगी ताकि उनकी पहचान आसानी से की जा सके।  

अपने नए आदेश में बीएमसी ने कहा है कि 5 से ज्यादा संक्रमित मरीजों के मिलने पर बिल्डिंग को सील किया जाएगा। होम क्वारंटाइन का नियम नहीं मानने वालों पर केस किया जाएगा। नई कोरोना गाइड लाइन्स के अनुसार शादी या अन्य सार्वजनिक कार्यक्रम में 50 से ज्यादा लोगों के आने पर रोक होगी। नियम तोड़ने पर केस दर्ज किया जाएगा। वहीं मुंबई की लोकल ट्रेनों में बिना मास्क यात्रा करने पर रोक होगी। इसकी निगरानी के लिए 300 मार्शलों की नियुक्त की जानी है। लोगों को कोरोना के प्रति जागरुक करने के लिए हर  संभव प्रयास किए जा रहे हैं ताकि तीसरी लहर से होने वाली जनहानि को रोका जा सके, और कोरोना  संक्रमण पर काबू किया जा सके।