बाल संरक्षण आयोग ने ट्विटर पर लगाया POCSO एक्ट का उल्लंघन करने का आरोप, आईटी मंत्रालय से बच्चों के लिए ट्विटर का एक्सेस बंद करने की मांग की

ट्विटर के खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत भी दर्ज की गई है, जिसमें बच्चों के लिए ट्विटर को बंद किए जाने की मांग की है

Updated: Jun 01, 2021, 06:44 AM IST

Photo Courtesy: The Economic Times
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नई दिल्ली। भारत में सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। भारत सरकार के बाद अब राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने ट्विटर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बाल संरक्षण आयोग ने ट्विटर पर POCSO एक्ट के उल्लंघन का आरोप लगाया है। आयोग ने इसके लिए ट्विटर का एक्सेस बच्चों के लिए बंद किए जाने की मांग की है। साथ ही ट्विटर के खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत भी दर्ज करा दी है। 

राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने दिल्ली पुलिस में ट्विटर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। आयोग ने कहा है कि यह प्लेटफॉर्म बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं है। बच्चों के लिए सुरक्षित न होने के साथ साथ सोशल मीडिया कंपनी नए आईटी नियमों का पालन नहीं कर रही है। लिहाज़ा ट्विटर के उपयोग को लेकर बच्चों को रोक देना चाहिए।

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वहीं आयोग ने सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय को भी पत्र लिखकर सात दिन में ट्विटर पर बच्चों के एक्सेस को बंद करने के लिए कहा है। आयोग ने आईटी मंत्रालय ने कहा है कि जब तक यह प्लेटफॉर्म बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं हो जाता तब तक बच्चों के लिए ट्विटर प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।

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राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग का कहना है कि उसने चाइल्ड पोर्नोग्राफी और सोशल मीडिया पर बच्चों के हितों से जानकारी जुटाने के लिए ट्विटर से संपर्क किया था। लेकिन ट्विटर ने आयोग कोई भी जानकारी देने से यह कहते हुए मना कर दिया कि यह सब ट्विटर इंक के दायरे में आता है जो कि अमेरिका में स्थित है। हालांकि ट्विटर ने कल ही दिल्ली हाई कोर्ट को बताया है कि उसने 28 मई को ही शिकायत निवारण अधिकारी की नियुक्ति कर दी है।