देवभूमि में जातिवाद, दलित महिला के हाथों बने मिड डे मील से ऐतराज, महिला को ही नौकरी से निकाला

उत्तराखंड में सामाजिक दुर्भावना से पीड़ित महिला के साथ सरकारी अन्याय, सवर्ण छात्रों के ऐतराज पर दलित भोजनमाता को नौकरी से निकाला, प्रशासन दे रहा अवैध नियुक्ति का तर्क

Updated: Dec 23, 2021, 06:26 AM IST

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देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड में जातिवादी मानसिकता का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां सवर्ण छात्रों ने दलित महिला के हाथों बना मिड डे मील खाने से इनकार कर दिया। हद्द तो तब हुई जब सामाजिक दुर्भावना से पीड़ित महिला के साथ प्रशासन ने भी अन्याय किया और उसे नौकरी से निकाल दिया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक राजकीय इंटर कॉलेज सूखीढांग में करीब 230 छात्र-छत्राएं पढ़ाई कर रहे हैं। इनमें से कक्षा 6 से 8वीं तक के 66 बच्चे मिड-डे मील के दायरे में आते हैं। लेकिन बीते सोमवार को सिर्फ अनुसूचित जाति के 16 बच्चों ने ही मिड-डे मील खाया। चूंकि, भोजन पकाने वाली महिला दलित वर्ग से थी इसलिए सवर्ण छात्रों ने मिड डे मील खाने से इनकार कर दिया। सवर्ण छात्रों ने ये बात जब अपने घर वालों को बताई तो अभिभावकों ने भी कॉलेज में आकर खूब हंगामा किया।

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इसके अगले दिन इंटर कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी और अभिभावकों की बैठक हुई। इस बैठक में भी छात्रों को समझाने के बजाए दलित भोजनमाता को नौकरी से निकालने का निर्णय लिया गया। बताया गया कि मुख्य शिक्षा अधिकारी आरसी पुरोहित (सवर्ण) और बीईओ अंशुल बिष्ट (सवर्ण) ने अपनी जांच में महिला की नियुक्ति को अवैध पाया इसलिए उसे हटाया गया है।

कॉलेज प्रशासन का भी तर्क यही है कि छात्र इसलिए नाराज हुए और मिड डे मील खाने से मना किया क्योंकि महिला की नियुक्ति गलत तरीके से हुई थी। हालांकि, प्रशासनिक अधिकारियों के दावे स्पष्ट रूप से गलत प्रतीत हो रहे हैं। क्योंकि कक्षा 6 से लेकर 8वीं तक के बच्चों को आखिर भोजनमाता की नियुक्ति की वैधता से क्या लेना-देना होगा, उन्हें तो बस समय से भोजन मिलने से मतलब होना चाहिए।

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मामले पर शिक्षक अभिभावक संघ का तर्क है कि अगड़ी जाती के छात्रों की संख्या ज़्यादा है इसलिए भोजनमाता को भी सामान्य वर्ग से ही नियुक्त किया जाना चाहिए। जानकार इस बात को लेकर चिंतित हैं कि आज भी शैक्षणिक संस्थानों में जब इस तरह से गैरबराबरी को प्रोमोट किया जाएगा तो आने वाली पीढ़ी भी इन कुरीतियों को ही ढोएगी। बता दें कि उत्तराखंड में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और इसके मद्देनजर सीएम पुष्कर सिंह धामी हाल ही में एक दलित परिवार के घर खाना खाने पहुंचे थे।