संसद के द्वार पर रवनीत बिट्टू और हरसिमरत के बीच ज़ुबानी जंग, कृषि क़ानूनों पर दोनों के रवैय्ये पर झक-झक

कांग्रेस नेता रवनीत बिट्टू ने कहा, जब बिल पास हुआ तब हरसिमरत कौर सरकार में मंत्री थीं, इस पर हरसिमरत ने कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी द्वारा संसद से वॉकआउट करने के कारण पास हुआ बिल

Updated: Aug 04, 2021, 12:47 PM IST

नई दिल्ली। बुधवार को संसद के परिसर में कांग्रेस नेता रवनीत बिट्टू और अकाली दल नेता हरसिमरत कौर बादल आपस में भिड़ गए। दोनों ही नेताओं के बीच मीडिया के सामने ही कृषि कानूनों को लेकर जमकर जुबानी जंग हुई। दोनों ही नेताओं ने संसद में कृषि कानूनों के बिल पास करवाने का ज़िम्मेदार एक दूसरे की पार्टी को ठहराया। रवनीत बिट्टू ने कहा कि जिस समय तीनों कानून पास हुए उस समय हरसिमरत मोदी सरकार में मंत्री थीं। किसानों ने जब विरोध शुरू किया तब जाकर उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दिया। 

बुधवार को हरसिमरत कौर बादल अपने समर्थकों के साथ संसद परिसर में तख्तियों के साथ कृषि कानूनों का विरोध कर रही थीं। इसी दौरान कांग्रेस नेता रवनीत सिंह बिट्टू भी वहां आ गए और हरसिमरत के विरोध को नकली करार देने लगे। रवनीत बिट्टू ने कृषि कानूनों की तख्तियों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ये नकली है, ये लोग रोज ड्रामा करते हैं, है बोली पास हुए तब मंत्री थे। इस बीच हरसिमरत कौर बादल लगातार कहती रहीं कि मैं उस समय मंत्री नहीं थी। 

रवनीत बिट्टू ने कहा कि पहले इन लोगों ने कृषि बिलों को पास कराया उसके बाद इन्होंने घर जा कर इस्तीफा दिया। ये लोग रोज बस ड्रामा करते हैं। जिस दिन बिल पास हुए उस दिन ये कैबिनेट में मंत्री थे। रवनीत बिट्टू ने कहा कि जब ये बिल बन रहे थे तब उनका उनका विरोध क्यों नहीं किया? बिल पास होने से पहले इस्तीफा क्यों नहीं दिया? रवनीत बिट्टू ने कहा कि जब किसानों ने प्रदर्शन करना शुरू किया तब आपने इस्तीफा दिया।

 रवनीत बिट्टू के इन आरोपों के जवाब में हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि कृषि बिलों को पास कराने में कांग्रेस पार्टी का योगदान है। हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सदन से वॉकआउट इसी कारण कृषि बिल पास हुए। हरसिमरत ने कहा कि इनसे पूछिए जिस समय बिल पास हुआ, उस दौरान राहुल गांधी और सोनिया गांधी किधर थे? इसके बाद रवनीत बिट्टू ने कहा कि खुद बड़े बादल साहब, छोटे बादल साहब गायब हैं। रवनीत बिट्टू ने कहा कि पांच दिन से अकाली दल के प्रधान बादल साहब पार्लियामेंट से गायब हैं। 

पिछले साल सितंबर महीने में कृषि बिलों के विरोध में हरसिमरत कौर बादल ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उनकी पार्टी शिरोमणि अकाली दल ने भी जल्द ही एनडीए गठबंधन से नाता तोड़ लिया। अब कांग्रेस नेता रवनीत बिट्टू ने हरसिमरत कौर बादल पर सार्वजनिक तौर पर यह आरोप लगाया है कि उनकी पार्टी कृषि बिलों के विरोध में तब उतरी जब किसानों ने बिलों का विरोध शुरू किया। किसानों के विरोध से पहले तक हरसिमरत और उनकी पार्टी शिरोमणी अकाली दल कृषि बिलों के पक्ष में थी। 

उधर हरसिमरत कौर बादल लगातार संसद परिसर में कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं। मंगलवार को जब मथुरा से बीजेपी सांसद हेमा मालिनी संसद में प्रवेश कर रही थीं, उस दौरान हरसिमरत कौर ने हेमा मालिनी के हाथ में गेहूं की बाली थमा दी। पहले तो हेमा मालिनी ने हरसिमरत कौर बादल द्वारा दी गई गेहूं की बाली ले ली, लेकिन जब बीजेपी सांसद ने कृषि कानूनों के खिलाफ बैनर देखे, तब वे चकित हो गईं। हरसिमरत ने हेमा मालिनी की चुटकी लेते हुए कहा कि अब हेमा जी भी किसानों के साथ खड़ी हो गई हैं।