नोएडा का रोटी बैंक, जरूरतमंदों को मिलता है खाना

सेक्टर 78 के लोगों ने 12 अप्रैल को रोटी बैंक शुरू किया था, जो रोजना 400 रोटियां बनाते थे। इस रोटी बैंक ने पिछले 11 दिनों में एक लाख 10 हजार रोटियां बनाने का नया रिकॉर्ड कायम किया है।

Publish: Apr 25, 2020, 06:09 AM IST

roti bank team noida
roti bank team noida

नोएडा की 7 एक्स सोसायटी में रहने वालों लोगों द्वारा शुरू किया गया रोटी बैंक रोज नए उदाहरण दुनिया के लिए रख रहा है। नोएडा के सेक्टर 70, 75, 76, 78, 79, 120, 121, 110, 51, 137, 143 और 119 में रहने वाले कुल 25 सोसायटी के लोग इस मुहीम से जुड़े हुए हैं।

लाइव मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक सेक्टर 78 के लोगों ने 12 अप्रैल को रोटी बैंक शुरू किया था, जो रोजना 400 रोटियां बनाते थे। हालांकि बाद में इस पहल से अधिक से अधिक लोग जुड़ते गए और आज इस रोटी बैंक ने पिछले 11 दिनों में एक लाख 10 हजार रोटियां बनाने का नया रिकॉर्ड कायम किया है।

ये रोटी बैंक करीबन तीन से चार हजार मजदूर परिवारों को खाना खिलाता है। इसकी शुरुआत सेक्टर 78 में रहने वाले लोगों ने की थी जिसके बाद इससे धीरे-धीरे अन्य सेक्टर के लोग भी जुड़ने लगे। जिसके बाद नोएडा प्रशासन भी लोगों की इस पहल से जुड़ा और उसने लोगों के घरों से रोटी लेने के लिए गाड़ी की व्यवस्था की।

अंतरिक्ष गोल्फ व्यू -2 में सेक्टर 78 में रहने वाले ब्रजेश शर्मा ने कहा कि "लोगों ने इस पहल को शुरू करने की योजना बनाई, इसके लिए हमने नोए़डा प्रशासन से निवेदन किया कि वो इसमें हमारी मदद करें और गाड़ियों की व्यवस्था करें और प्रशासन राजी हो गया। हमने इस बारे में लोगों को व्हाट्स एप ग्रुप और नोटिस के जरिए सूचित किया। इस पर हमें लोगों की अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है।"

उन्होंने बताया कि ठहमने सोसायटी टावर के नीचे एक खाली बॉक्स रखना शुरू किया। लोग इसमें शाम 4 – 5.30 के बीच रोटियां रखते हैं जिसे हम इकट्ठा करके अपने सोसायटी के गेट पर रख देते हैं।

पास की एक सोसायटी में रहने वाले नितिन जैन ने कहा कि "प्रशासन की गाड़ियां शाम करीब 6 बजे सोसायटी गेट पर आकर रोटियां सरोखा गांव के पास स्थित कम्युनिटी किचन में ले जाती हैं वहां दाल और सब्जी की व्यवस्था होती है।"

शुरुआत में रोजाना 400 रोटियां इकट्ठा होती थी जो बाद में बढ़कर प्रतिदिन 15000 हो गई। इस पहल से फिलहाल 25 सोसायटी जुड़ी हुई हैं।

पास की एक सोसयटी के रहने वाले मुकेश कुमार वैश्य ने कहा कि "गुरुवार को 17,494 रोटियां इकट्ठा हुई थीं। उन्होंने कहा कि जन भावना से ही ये संभव हो पाया है।"