ज्वालामुखी की आग से खाना बनाने वाला दुनिया का इकलौता रेस्टोरेंट

El Diablo restaurant: 1970 में सीज़र मानरीक द्वारा शुरू किया अनूठा एल डिएल्बो रेस्टोरेंट रेस्टोरेंट सक्रिय ज्वालामुखी के ऊपर स्थित

Updated: Aug 28, 2020, 10:42 PM IST

आपने चूल्हे पर खाना पकते देखा होगा, बारवीक्यू पर खाना पकते हुये देखा होगा क्या कभी आपने सुना कि दुनिया में एक जगह ऐसी भी है जहां खाना ज्वालामुखी से निकले लावा की आंच में पकता है। हम बात कर रहे हैं  कैनरी आइलैंड के लैंजरोटे में बने इस रेस्टोरेंट की, जिसका नाम है 'एल डिएल्बो रेस्टोरेंट'। 

स्पेन के पास एक द्वीप पर टिमनफाया नेशनल पार्क के एल डिएल्बो रेस्टोरेंट रेस्टोरेंट में बिल्कुल इसी तरह खाना पकाया जाता है। 1970 में सीज़र मानरीक द्वारा शुरू किया यह अनूठा रेस्टोरेंट एक सक्रिय ज्वालामुखी के ऊपर स्थित है। हालांकि, इस ज्वालामुखी का लावा इतना तेज़ नहीं है कि वह विस्‍फोट के साथ बाहर निकले। यह सिर्फ़ धरती के नीचे रहकर उबलता रहता है|

ज्वालामुखी की आग से खाना

इस रेस्टोरेंट में एक सुसुप्त ज्वालामुखी से निकलने वाली थर्मल हीट और गर्म भाप पर खाना पकाया जाता है।जिसका तापमान 500 डिग्री सेल्सियस होता है। गर्मी के इतने बड़े स्रोत की जगह पर ऐसा रेस्टोरेंट बनाना इतना आसान नहीं था। इस रेस्टोरेंट में खाना बनाने की तकनीक भी पूरी तरह से अलग है। 

एल डिएल्बो रेस्टोरेंट

इस तकनीक को आर्किटेक्ट एडुआर्डो केकरेस और जीसस सोटो ने डिजाइन किया है। जहां ज्वालामुखी के लावे से भरे गड्ढों को भट्टी का रूप दिया गया है जिसे बनाने के लिए आर्किटेक्ट ने ज्वालामुखी की वसाइट चट्टानों की 9 परतों का उपयोग किया और एक विशाल ग्रिल रखी गई है, जहां 6 फीट नीचे, 500 डिग्री सेल्सियस पर लावा उगल रहा है,। जाहिर है ज्वालामुखी ग्रील्ड मीट के लिए एकदम सही तापमान।

एल डिएल्बो रेस्टोरेंट

आपको बता दें कि यह ज्वालामुखी 1824 में जाग्रत हुआ था। यह रेस्टोरेंट ने सिर्फ ज्वालामुखी की आंच में पकने वाले खाने की वजह से प्रसिद्ध है बल्कि यह पहाडी पर होने के कारण यह मनमोहक है जहां से बैठकर खाने का लुफ्त उठाने दुनियां भर से लोग जाते हैं।