Manmohan Singh : चीन पर बोलने में सावधानी रखें PM Modi

पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि सरकार सैनिकों की कुर्बानी की कसौटी पर खरा उतरे, इससे कुछ भी कम जनादेश से ऐतिहासिक विश्वासघात होगा

Publish: Jun 23, 2020, 01:21 AM IST

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को चीनी मसले पर सावधानी से बोलने की सलाह दी है। लद्दाख सीमा विवाद में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए। यही समय है जब पूरे राष्ट्र को एकजुट होना है और संगठित होकर इस दुस्साहस का जवाब देना चाहिए।

अपने संदेश में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा है कि '15-16 जून को गलवान वैली में भारत के 20 साहसी जवानों ने सर्वोच्च कुर्बानी दी। देश के इन सपूतों ने अंतिम सांस तक देश की रक्षा की। इस सर्वोच्च त्याग के लिए हम इन साहसी सैनिकों व उनके परिवारों के कृतज्ञ हैं, लेकिन उनका यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए।

सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि हमारी सीमा में ना तो किसी ने घुसपैठ की है, और न ही हमारी धरती पर कब्‍जा हुआ है। इस बयान के बाद कांग्रेस ने सरकार से तीखे सवाल किए थे। विवाद बढ़ता देख पीएमओ ने स्‍पष्‍टीकरण दिया था। इस मामले की ओर संकेत करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि 'आज हम इतिहास के एक नाजुक मोड़ पर खड़े हैं। हमारी सरकार के निर्णय और सरकार द्वारा उठाए कदम तय करेंगे कि भविष्य की पीढ़ियां हमारा आंकलन कैसे करें। जो देश का नेतृत्व कर रहे हैं, उनके कंधों पर कर्तव्य का गहन दायित्व है। हमारे प्रजातंत्र में यह दायित्व प्रधानमंत्री का है। प्रधानमंत्री को अपने शब्दों व ऐलानों द्वारा देश की सुरक्षा एवं सामरिक व भूभागीय हितों पर पड़ने वाले प्रभाव के प्रति सदैव सावधान होना चाहिए।

सहमति से काम करें प्रधानमंत्री

पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि चीन ने अप्रैल, 2020 से लेकर आज तक भारतीय सीमा में गलवान घाटी और पैंगोंग शो लेक में अनेकों बार जबरन घुसपैठ की है। हम न तो उनकी धमकियों एवं दबाव के सामने झुकेंगे और न ही अपनी अखंडता से कोई समझौता स्वीकार करेंगे। प्रधानमंत्री को अपने बयान से उनके षडयंत्रकारी रुख को बल नहीं देना चाहिए तथा यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सरकार के सभी अंग इस खतरे का सामना करने एवं स्थिति को और ज्यादा गंभीर होने से रोकने के लिए परस्पर सहमति से काम करें। हम प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार से आग्रह करते हैं कि वो वक्त की चुनौतियों का सामना करें, और कर्नल बी. संतोष बाबू और हमारे सैनिकों की कुर्बानी की कसौटी पर खरा उतरें, जिन्होंने ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ और ‘भूभागीय अखंडता’ के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी. इससे कुछ भी कम जनादेश से ऐतिहासिक विश्वासघात होगा।

पूर्व प्रधानमंत्री की सलाह मानें पीएम : राहुल गांधी

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन की सलाह के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया है कि' पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी की महत्वपूर्ण सलाह। भारत की भलाई के लिए, मैं आशा करता हूँ कि PM उनकी बात को विनम्रता से मानेंगे।'

गौरतलब है कि राहुल गांधी चीनी हमले में बीस जवानों के शहीद होने के बाद से ही प्रधानमंत्री मोदी पर लगातार सवाल खड़ा कर रहे हैं। वे प्रधानमंत्री और मोदी सरकार पर सीमा की वास्तविक स्थिति छुपाने का आरोप लगा रहे हैं।