IPL 2020: आर अश्विन ने दोस्ती निभाने के लिए ही फिंच को नहीं किया था मांकडिंग से आउट

भारतीय खिलाड़ी वीनू मांकड़ ने 1948 में पहली बार ऑस्ट्रेलिया के बिल ब्राउन को जिस ढंग से आउट किया, उसे ही मांकडिंग कहते हैं

Updated: Oct 09, 2020, 11:26 PM IST

Photo Courtesy : Scroll.in
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नई दिल्ली। बीते सोमवार दिल्ली और बैंगलोर के बीच खेले गए मुकाबले में आर अश्विन ने बंगलौर के बल्लेबाज़ एरॉन फिंच को मांकडिंग से आउट नहीं किया था। फिंच क्रीज़ से आगे बढ़ गए थे लेकिन अश्विन ने उन्हें चेतावनी देते हुए छोड़ दिया था। अश्विन ने मैच के बाद ट्विटर हैंडल पर इसे आईपीएल की पहली और आखिरी चेतावनी बताया था। अश्विन ने कहा था कि अगर आगे वे किसी बल्लेबाज़ की मांकडिंग करते हैं, तो इसके लिए उन्हें कतई दोष नहीं दिया जाए।  

अब आर अश्विन ने फिंच को आउट न करने की असली वजह बताई है।अश्विन ने एक यूट्यूब चैनल से बातचीत करने के दौरान बताया है कि उन्होंने फिंच से अपनी दोस्ती के कारण उन्हें मांकडिंग नहीं किया। दरअसल फिंच और अश्विन दोनों ही आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेल चुके हैं। अश्विन ने यूट्यूब चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि मैं और फिंच दोनों ने साथ में काफी समय व्यतीत किया है। जब मैं ने देखा कि फिंच क्रीज़ से काफी आगे निकल गए हैं, तो मैंने अपना एक्शन उसी समय रोक दिया। फिंच क्रीज़ से काफी दूर थे, मैं और फिंच दोनों हंसने लगे। फिंच ने भी क्रीज़ तक पहुँचने की कोई कोशिश नहीं की।  

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पॉन्टिंग चाहते थे कि मैं फिंच को आउट करूँ 
अश्विन ने बताया कि टीम के मेंटर रिकी पॉन्टिंग चाहते थे कि मैं फिंच को आउट करूँ। मेरी पॉन्टिंग से चैट पर बात हुई थी। पॉन्टिंग ने चैट पर यह भी कहा कि इसके लिए वे आईसीसी से संपर्क करेंगे। ताकि समय से पहले क्रीज़ छोड़ने वाले नॉन स्ट्राइकर एन्ड के बल्लेबाज़ ऐसा न कर पाएं। अश्विन ने बताया कि पॉन्टिंग आईसीसी से बल्लेबाज़ी टीम के खाते से रन काटने का नियम लागू करने की मांग रखने वाले हैं।

अश्विन ने पिछले वर्ष आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच खेले गए एक मैच के दौरान राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाज़ जोस बटलर को मांकडिंग के ज़रिए ही आउट किया था। इससे पहले रविचंद्रन अश्विन ने 2012 में ऑस्ट्रेलिया में खेले गए त्रिकोणीय श्रृंखला में श्रीलंकाई बल्लेबाज़ थिरिमान्ने को ऐसे ही आउट किया था। हालांकि उस मैच में टीम की कप्तानी कर रहे वीरेंद्र सहवाग ने अश्विन की अपील को वापस ले लिया था, और श्रीलंकाई बल्लेबाज़ को नॉट आउट करार दिया गया था। 

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क्या है मांकडिंग ?
अगर गेंदबाज़ के बॉल फेंकने से पहले ही गेंदबाज़ी छोड़ पर खड़ा बल्लेबाज़ क्रीज़ छोड़ देता है, तो ऐसी स्थिति में गेंदबाज़ के पास नॉन स्ट्राइकर एन्ड पर मौजूद बल्लेबाज़ को रन आउट करने की पूरी स्वतंत्रता होती है। और बल्लेबाज़ को आउट करार दिया जाता है। क्रिकेट इतिहास में किसी बल्लेबाज़ को पहली बार इस तरह से आउट करने का काम भारतीय क्रिकेटर वीनू मांकड़ ने किया था। 1948 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर एक मैच के दौरान वीनू मांकड़ ने बिल ब्राउन को गेंद फेंकने से पहले ही क्रीज़ छोड़ने पर रन आउट कर दिया था। इससे पहले मांकड़ ने ब्राउन को काफी दफा चेतावनी भी दी थी। मांकड़ द्वारा ब्राउन को इस तरह से आउट करना न सिर्फ ऑस्ट्रेलियाई टीम बल्कि ऑस्ट्रेलियाई मीडिया को भी नागवार गुज़री थी। इस तरह से बल्लेबाज़ को आउट करने के तरीके को मांकडिंग नाम, ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने ही दिया था।