देश की बेटी के खिलाफ बहुत बड़ी नफरती साजिश हुई, यह षड्यंत्र एक न एक दिन बेनकाब होगा: कांग्रेस

कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पूछा कि कौन है जिसने हरियाणा और देश की बेटी की पीठ में छुरा घोंपा? कौन है इस नफरती षड्यंत्र के पीछे? कौन है जिससे विनेश फोगाट की जीत हज़म नहीं हुई?

Updated: Aug 08, 2024, 11:56 AM IST

नई दिल्ली। महिला पहलवान विनेश फोगाट से देश को बहुत उम्मीदें थीं। हर कोई विनेश को पेरिस ओलंपिक में देश के लिए गोल्ड जीतते देखना चाहता था। लेकिन फिर अचानक एक निराशाजनक खबर आई और विनेश को अयोग्य करार दिया गया। यह कैसे और क्यों हुआ ये समझ से परे है। लेकिन विनेश की अयोग्यता के फैसले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। देश की मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने स्पष्ट रूप से इसमें षड्यंत्र की बात कही है।

कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि 140 करोड़ देशवासी आज स्तब्ध हैं। भारतीय खेल इतिहास के लिए यह 'ब्लैक डे' है। देश की बेटी के खिलाफ बहुत बड़ी नफरती साजिश है। पहले मोदी जी के चहेते बृजभूषण सिंह ने उसे प्रताड़ित किया, इसके बाद दिल्ली की सड़कों पर 140 दिन तक संघर्ष करने के बाद उसे पुलिस से घसिटवाया गया। इसके बाद भी उस बेटी ने ओलंपिक में तिरंगा फहराया, लेकिन अब एक साजिश के तहत उसे डिसक्वालीफाई करवा दिया गया। 

रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आगे कहा कि विनेश फोगाट के खिलाफ़ रचा गया षड्यंत्र एक न एक दिन बेनकाब होगा। ये षड्यंत्र का चक्रव्यूह टूट कर रहेगा। उन्होंने पूछा कि आखिर हिंदुस्तान की सरकार कहां है? देश के खेल मंत्री कहां है? देश के प्रधानमंत्री कहां है? सवाल गहरे है जिसका जवाब लाजमी है। कौन है जिसने हरियाणा और देश की बेटी की पीठ में छुरा घोंपा? कौन है इस नफरती षड्यंत्र के पीछे? कौन है जिससे विनेश फोगाट की जीत हज़म नहीं हुई? किसका चेहरा बचाने की हुई कोशिश?

सुरजेवाला ने कहा कि जापान की महिला पहलवान जो 42 बाउट में नहीं हारी, उसे हमारी बेटी विनेश फोगाट ने कुछ ही क्षणों में हरा दिया। वो भी जब 2023 में वो दिल्ली की सड़कों पर न्याय की गुहार लगा रही थी। इसके बाद भी उसने देश का तिरंगा ऊंचा कर दिया। लेकिन देश के प्रधानमंत्री कह रहे हैं- अब वापस आ जाओ। अगर कोई और प्रधानमंत्री होता तो खेल मंत्री को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक एसोसिएशन भेजकर विरोध दर्ज करवाता। इस पूरे मामले की जांच होती और विनेश को न्याय मिलता। ये सवाल सिर्फ विनेश का नहीं है, ये हर उस खिलाड़ी का है जो देश के तिरंगे के लिए अपने जान की बाजी लगाता है। आज मोदी सरकार ने उन सभी को निराश किया है। एक न एक दिन सबका पर्दाफाश होगा।

बता दें कि विनेश फोगाट ने विनेश फोगाट ने मंगलवार को ही पेरिस ओलंपिक के प्री-क्वार्टर और क्वार्टर फाइनल मुकाबले जीतकर महिलाओं के फ्रीस्टाइल 50 किग्रा के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। इसके बाद वह बैक टू बैक तीसरा दांव जीतकर फाइनल में जगह बनाने में कामयाब रहीं। विनेश का मेडल पक्का हो गया था। लेकिन आज सुबह अचानक कहा गया कि उनका वजन 50 किलो से 100 ग्राम ज्यादा है इसलिए वह नहीं खेल सकतीं हैं। इस तरह फाइनल मुकाबले से पहले ही उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया।