IPL 2020: चीनी कम्पनी को बनाया स्पॉन्सर, दर्शक नाराज़
IPL News: क्रिकेट प्रेमियों का बहुत बड़ा वर्ग सोशल मीडिया पर कर रहा है BCCI के निर्णय का विरोध

नई दिल्ली। क्रिकेट प्रेमियों को अब यूएई में आयोजित होने वाले आईपीएल के तेरहवें संस्करण का बड़ी बेसब्री से इंतज़ार है। लेकिन क्रिकेट प्रेमियों व दर्शकों का एक बहुत बड़ा वर्ग आईपीएल की स्पॉन्सरशिप चीनी कंपनी को दिए जाने को लेकर काफी नाराज़ है। सोशल मीडिया पर बीसीसीआई का जमकर विरोध हो रहा है।
दरअसल आईपीएल को इस दफा भी चीनी मोबाइल कंपनी वीवो ही स्पॉन्सर कर रही है। एक तरफ जहाँ भारत और चीन के बीच जारी गतिरोध के बीच भारत सरकार चीनी एप्प पर प्रतिबन्ध लगा रही है तो वहीं दूसरी तरफ आईपीएल की स्पॉन्सरशिप चीनी कंपनी को दिए जाने को लेकर बीसीसीआई और इसके कर्ताधर्ता अध्यक्ष सौरव गांगुली व सचिव जय अमित शाह को सवालों के कठघरे में खड़ा किया जा रहा है।
बीजिंग हम पर हंसेगा
आईपीएल में वीवो की स्पॉन्सरशिप बरकरार रखने पर सोशल मीडिया पर एक के बाद एक तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। दक्षिण कोरिया और कनाडा में भारतीय दूत रहे विष्णु प्रकाश लिखते हैं 'आईपीएल को करोड़ों की संख्या में देखा जाता है। जब एक तरफ चीन हिंसा पर उतारू है, हम भारतीय चीनी उत्पादों पर प्रतिबन्ध लगा रहे हैं। तो हम वीवो को आईपीएल स्पॉन्सर करने की अनुमति दे रहे हैं? विष्णु प्रकाश ने कहा है कि बीजिंग हम पर हंसेगा। क्या इस फैसले के बाद दुनिया हमें गंभीरता से लेगी?
#Cricket #IPL is watched by 100s of millions Indians. We are seeing Chinese perfidy & abhorrent violence. Angry Indians are boycotting Chinese goods. And we allow #VIVO to #sponsor IPL? BEIJING WOULD BE LAUGHING AT US! Who in the world would take us seriously? WHY INSULT INDIA??
— Ambassador Vishnu Prakash (@AmbVPrakash) August 3, 2020
No patriotic Indians should do business with Pakistan. NSA. Ajit Doval’s son has a Pakistani & a Saudi business partner. Let’s boycott all Chinese goods IPL run by Jay Shah son of Amit Shah keeps Chinese sponsors
— Swati Chaturvedi (@bainjal) August 3, 2020
पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी ने आईपीएल में वीवो की स्पॉन्सरशिप पर तीखी आलोचना करते हुए लिखा है कि अमित शाह के बेटे जय शाह द्वारा चीनी कंपनी को बढ़ावा दिया जा रहा है।हमें आईपीएल का बहिष्कार करना चाहिए। सोशल मीडिया पर क्रिकेट प्रेमी भी बीसीसीआई के इस फैसले का जमकर विरोध कर रहे हैं।
बीसीसीआई लालची और पैसों की भूखी है
आईपीएल के तेरहवें संस्करण में चीनी कंपनी का विरोध केवल क्रिकेट प्रेमियों तक ही सीमित नहीं है। व्यापारियों के संगठन कैट ने आईपीएल के आयोजन का विरोध करते हुए भारतीय क्रिकेट कण्ट्रोल बोर्ड पर आरोप लगाया है कि बोर्ड पैसों का भूखा है। कैट ने आईपीएल में वीवो की स्पॉन्सरशिप का विरोध करते हुए गृहमंत्री को प्रेषित अपने पत्र में लिखा है 'बीसीसीआई का यह कदम देश में कोरोना को रोकने की सरकार की नीति और क़दमों के खिलाफ होगा। यह बीसीसीआई का एक पलायनवादी कदम है जो पैसे के प्रति उनकी भूख और लालच को दर्शाता है।’
उम्मीद है आप समझ गए होंगे
आईपीएल के संचालन परिषद ने 2 अगस्त को हुई अपनी वर्चुअल बैठक में 19 सितंबर से 10 नवंबर तक आईपीएल के 13 वें सीज़न को यूएई में आयोजित कराने पर अपनी मुहर लगा दी।इसके साथ ही आईपीएल के आयोजन में वीवो की स्पॉन्सरशिप बरकरार रखने का फैसला किया है जिसका जमकर विरोध हो रहा है। न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ संचालन परिषद की बैठक ख़त्म होने के बाद जब उसने संचालन परिषद के एक अधिकारी से बात की तब अधिकारी ने कहा ‘मैं सिर्फ यही कह सकता हूं कि हमारे सभी प्रायोजक हमारे साथ हैं। उम्मीद है आप समझ गए होंगे।’