बेटियों ने रचा इतिहास, पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची भारतीय महिला हॉकी टीम

भारतीय महिला हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक के सेमीफाइनल में जगह बना ली है, इसके पहले कल ही पुरुष हॉकी टीम भी सेमीफाइनल में पहुंचकर 41 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है

Updated: Aug 02, 2021, 05:51 AM IST

नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम ने इतिहास रच दिया है। बेटियों की हॉकी टीम पहली बार ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची है। भारतीय टीम ने क्वॉर्टर फाइनल मैच में बेहद मजबूत मानी जाने वाली ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराकर अंतिम चार में जगह बनाया। इससे पहले कल ही पुरुष हॉकी टीम पिछले 41 साल का रिकॉर्ड तोड़ते हुए सेमीफाइनल में पहुंची है।

मैच में आज भारतीय महिला टीम ने बेहद शानदार शुरुआत की। हालांकि पहले क्वार्टर में भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों ही टीमें एक भी गोल नहीं कर सकीं। 22वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर गुरजीत कौर ने गोल करके भारतीय टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई जिसके बाद हाफ टाइम तक यही स्कोर रहा। भारतीय टीम के मैदान में उतरने से पहले किसी को भी इस बात की उम्मीद नहीं थी कि भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया को इतना परेशान करेगी।

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भारत ने अपने से बेहतर माने जाने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम को तीसरे और चौथे क्वार्टर में भी छकाए रखा। हाफ के बाद भी किसी भी टीम ने गोल नहीं किया और आखिरकार टीम इंडिया की जीत हुई। चौथे क्वार्टर में ऑस्ट्रेलियाई टीम काफी आक्रामक होकर खेल रही थी और उन्होंने लगातार दो कॉर्नर भी हासिल किए, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ। 

इस पूरे मैच में ऑस्ट्रेलिया को कुल 9 पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन वे एक गोल भी नहीं मार पाए, जबकि भारतीय टीम को सिर्फ एक कॉर्नर मिला और देश की स्टार प्लेयर गुरजीत कौर ने गोल करके देश को सेमीफाइनल में पहुंचाया। बता दें कि महिला टीम सिर्फ तीसरी बार ओलंपिक में उतर रही है। साल 2018 से ओडिशा की नवीन पटनायक सरकार महिला हॉकी टीम को स्पॉन्सर कर रही है।

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महिला टीम के सेमीफाइनल में पहुंचने से देशभर में खुशी की लहर दौड़ गई है। यह खुशी इसलिए और दुगनी हो गई क्योंकि कल ही भारतीय पुरुष हॉकी टीम सेमीफाइनल में जगह बनाने में कामयाब हुई थी। पुरुष हॉकी टीम ने ब्रिटेन को 3-1 से हराकर 41 साल बाद सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की है।