विराट कोहली ने कहा, कोरोना काल में छोटे होने चाहिए खिलाड़ियों के दौरे

Virat Kohli: RCB के कप्तान विराट कोहली का कहना है कि ज्यादा समय तक बायो बबल में रहने पर मानसिक रूप से थक जाते हैं खिलाड़ी

Updated: Nov 07, 2020, 12:59 AM IST

Photo Courtesy: Sportzwiki
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भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली ने ज्यादा लंबे समय तक बायो बबल में खेलने को मुश्किल बताया है। उन्होंने इस पर चिंता जताई है। विराट का कहना है कि इससे खिलाड़ियों की मानसिकता प्रभावित हो रही है। दरअसल इस बार आईपीएल मैचों के दौरान खिलाड़ियों को बायो बबल में रहना पड़ रहा है। इसका मतलब है कि खिलाड़ियों को होटल और स्टेडियम से बाहर जाने की इजाजत नहीं है। वहीं खिलाड़ियों को अपने टीम के सदस्यों के अलावा किसी अन्य से मिलने की अनुमति भी नहीं है।

सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में रॉयल चैलंजर्स के कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि ज्यादा समय तक बायो बबल में रहने की वजह से खिलाड़ी मानसिक तौर पर थक जाते हैं। ऐसे में कोरोना महामारी के बीच टूर्नामेंट की लंबाई पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। अभी तक तो सभी खिलाड़ी आपस में मिलकर रह रहे हैं। हमने खेलने का भी लुत्फ उठाया है। लेकिन कुछ समय बाद दिक्कतें होने लगती हैं, क्योंकि चीजें बार-बार दोहराती हैं।

विराट कोहली ने आगे कहा कि खिलाड़ी अपने परिवार से नहीं मिल पाते। करीब 80 दिनों तक ऐसे माहौल में रहने का काफी बुरा असर होता है। ऐसे में सीरीज की लंबाई पर विचार होना चाहिए। कोहली का कहना है कि अगर इसी तरह से लंबे टूर्नामेंट होते रहे तो खिलाड़ियों की मानसिक स्थिति पर काफी बुरा असर पड़ेगा। आपको बता दें, आईपीएल मैचों के तुरंत बाद भारतीय क्रिकेट टीम को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना है। जिसका मतलब है एक बायो बबल से निकलकर दूसरे बायो बबल में जाना।