रंग लाई संप्रति की मेहनत, कंप्यूटर इंजीनियर को गूगल में मिली 1.10 करोड़ की जॉब

संप्रति का कहना है कि प्रैक्टिस और सिर्फ प्रैक्टिस ही हर घबराहट से मुकाबला कर सकती है, 9 राउंड के इंटरव्यू के बाद गूगल में हुआ सिलेक्शन, ड्रीम जॉब हासिल करने से पहले झेल चुकी हैं 50 रिजेक्शन

Updated: Feb 12, 2022, 10:25 AM IST

Photo Courtesy: economic times
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बिहार की संप्रति यादव को आखिरकार उनकी ड्रीम जॉब मिल गई है। वे 14 फरवरी से गूगल कंपनी में नौकरी ज्वाइन कर रही हैं। उन्हें 1.10 करोड़ रुपये के सालाना पैकेज पर नौकरी मिली है। इस नौकरी पाने से पहले का संघर्ष दर्दनाक था। वे करीब 50 जगहों पर नौकरी के लिए इंटरव्यू दे चुकी हैं। तब जाकर कहीं यह सफलता उन्हें हासिल हुई है। संप्रति का संघर्ष उन लोगों के लिए प्ररेणा बन सकता है जो छोटी-छोटी असफलताओं से हार कर निराश हो जाते हैं। 

कहा जाता है गुच्छे की आखिरी चाभी भी ताला खोल सकती है। यही संप्रति के साथ भी हुआ, उनके पिछले कई प्रयासों में उन्हें असफलता मिली। अब सभी को संप्रति की सफलता आकर्षित कर रही है। इस सफलता के पीछे अथक प्रयास शामिल हैं। आधा सैकड़ा रिजेक्शन के बाद भी अपनी हर हार से सबक लिया और हौंसला बनाए रखा। संप्रति यादव पटना की रहने वाली है। वे कम्प्यूटर इंजीनियर हैं, संप्रीति ने 2016 में जेईई मेंस पास किया उन्होंने दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस से बीटेक की डिग्री हासिल की। इसके बाद उनका माइक्रोसॉफ्ट कंपनी में 44 लाख के पैकेज पर सलेक्शन हुआ। उन्हें एडोव, फ्लिप कार्ट और एक्सपेडिया कंपनी से भी नौकरी का ऑफर मिल चुके हैं। संप्रति का कहना है कि लक्ष्य तय कर सकारात्मकता के साथ मेहनत की जाए, तो हर हास में सफलता मिलती ही है। संप्रति के पिता रामाशंकर यादव बैंक ऑफिसर और मां शशि प्रभा योजना व विकास विभाग की सहायक निदेशक हैं दोनों को बेटी की इस सफलता पर नाज है।

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संप्रति का कहना है कि अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए आपको रिजेक्टेड ई-मेल, असफल इंटरव्यू,  फैमिली और फ्रेंड्स के प्रेशर से मुक्त होना होगा। वहीं इस बात पर भरोसा रखना होगा कि अगला इंटरव्यू आपके ख्वाब को हकीकत में बदल देगा। अपने इंटरव्यू के अनुभवों के बारे में उनका कहना है कि वे भी इंटरव्यू के दौरान घबराती थीं। इस दौरान उनके परिवार का सपोर्ट और करीबी दोस्तों ने उन्हें लगातार बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित किया। वहीं वे कहती हैं कि वे अक्सर बड़ी कंपनियों के बारे में जानने को उत्सुक रहती थीं। बड़ी कंपनियों के इंटरव्यू सामान्य तौर पर चर्चा की तरह होते हैं। उन्होंने अपनी घबराहट पर कंट्रोल करने के लिए लगातार प्रैक्टिस की। उनका कहना है कि प्रैक्टिस और सिर्फ प्रैक्टिस ही घबराहट से मुकाबला कर सकते हैं। फिर आपमें पूरा आत्मविश्वास आएगा और आप इंटरव्यू में सफल होंगे।

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संप्रति का फेवरेट सब्जेक्ट गणित है, वे बचपन से ही इंजीनियर बनना चाहती थीं। कंप्यूटर इंजीनियर बनने के लिए वे रोजाना 7 से 8 घंटे पढ़ाई करती थीं। संप्रीति को ड्रामा और म्यूजिक का शौक है। वे कॉलेज के दौर में IIT दिल्ली, IIT मुंबई समेत 50 से अधिक कॉलेजों में ट्रेडमिल नाटक में रोल प्ले कर चुकी हैं। उन्होंने क्लासिकल म्यूजिक की ट्रेनिंग भी ली है। वे इंटरनेशनल मैथ ओलंपियाड में 35 वीं रैंक पा चुकी हैं। वहीं नेशनल साइंस ओलंपियाड में 170 वां स्थान मिला था। वे इंग्लिश डिबेट और कविता पाठ में भी आगे हैं। टेनिस खेलना भी पसंद है इसमें भी वे कई पुरस्कार जीत चुकी हैं।