611 EVM मशीन बदली गईं, आयोग के डॉक्यूमेंट्स और फॉर्म 17C में भिन्नता, बिलासपुर से कांग्रेस प्रत्याशी का बड़ा आरोप
लोकसभा के 2251 में से 611 मतदान केंद्रों में क्यों बदले गए EVM, कांग्रेस प्रत्याशी ने चुनाव आयोग पर लगाए भाजपा के साथ मिलीभगत के आरोप
बिलासपुर। देश में लोकसभा चुनाव खत्म हो चुके हैं और कल इसके नतीजों का ऐलान होने वाला है। इस बार चुनाव के दौरान निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता सवालों के घेरे में रही। इसी बीच छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव ने सनसनीखेज दावा किया है। यादव के मुताबिक बिलासपुर में 611 EVM मशीन बदली गईं हैं।
देवेंद्र यादव ने पत्रकार वार्ता कर कहा कि 2251 में से 611 मतदान केंद्रों की EVM बदलीं गईं हैं। मॉक पोल और 17 सी फार्म में इनके नंबर अलग अलग बताए गए हैं। जीत-हार से अधिक बड़ा सवाल है कि बदली गई EVM के नंबर में गड़बड़ियां क्यों की गई? मतगणना से पहले इसका स्पष्ट जवाब नहीं मिलता तो हम न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे।
कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि 611 EVM में गड़बड़ियां भाजपा को मदद करने और चुनाव को प्रभावित करने के लिए की गईं। मतगणना के पहले उठाई गई आपत्तियों पर जिला निर्वाचन की ओर से जवाब आना चाहिए था, जो अब तक नहीं मिली है। असमानता की जांच की मांग 28 मई को की गई थी। जिला निर्वाचन आयोग की ओर से दिए गए दस्तावेज और मतदान दलों के ओर से दिए गए दस्तावेजों में असमानता है।
यादव ने कहा कि निर्वाचन आयोग के दस्तावेज जैसे सेकेंड रेंडमाइजेशन रिपोर्ट, कमीशनिंग, मॉक पोल और 2251 मतदान केंद्रों के मतदान दलों के ओर से मिले प्रारूप 17 सी (बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट) में कई आंकड़े अलग-अलग है। दोनों दस्तावेजों के मिलान के बाद 98 बैलेट यूनिट के नंबर अलग-अलग पाए गए हैं। इसी तरह बाकी विधानसभा क्षेत्रों में मिली असमानता को मिला कर कुल 611 EVM मशीनों के नंबरों में गड़बड़ी है। उन्होंने यहां तक कहा कि यदि इस मामले में स्पष्टता नहीं आती है तो यह लोकतंत्र की हत्या होगी।