Defence Production: रक्षा उद्योग की यूनिट के लिए MOU साइन

CM Bhupesh Baghel: छत्तीसगढ़ में लगेगी पहली रक्षा श्रेणी के उद्योग की यूनिट, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया करार पर साइन

Updated: Aug 18, 2020, 04:52 AM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ में रक्षा श्रेणी के उद्योग की पहली उत्पादन यूनिट की स्थापना होने जा रही है। इसके लिए सोमवार को एमओयू पर साइन किए गए हैं। इन रक्षा यूनिट्स में भारत सरकार की सशस्त्र सेनाओं और राज्य सरकार के सशस्त्र बलों के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट और हेलमेट का निर्माण किया जाएगा।

रक्षा उत्पादों की यह इकाई छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के बिरेभांठ गांव में स्थापित होगी। इस यूनिट के निर्माण में करीब लगभग 87.50 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश किया जाएगा। इस उद्योग के माध्यम से इलाके के लगभग 150 व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा। शुरुआती दौर में रक्षा उत्पादों की यह औद्योगिक इकाई एक-एक लाख बुलेटप्रूफ जैकेट एवं हेलमेट का उत्पादन करेगी। मेसर्स एटमास्टको लिमिटेड के एमडी एस स्वामीनाथन ने बताया कि इस इकाई में नवम्बर तक उत्पादन प्रारंभ हो जाएगा।

इस एमओयू में उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव मनोज कुमार पिंगुआ और मेसर्स एटमास्टको लिमिटेड के एम.डी. एस स्वामीनाथन ने साइन किए। प्रमुख सचिव पिंगुआ का कहना है कि छत्तीसगढ़ सरकार की नई औद्योगिक नीति में रक्षा श्रेणी के उद्योगों को उच्च प्राथमिकता श्रेणी में रखा गया है। छत्तीसगढ़ में स्थापित होने वाली इस प्रथम इकाई के लिए डीआरडीओ से तकनीकी के लिए अनुबंध किया गया है।

गौरतलब है कि मेसर्स एटमास्टको लिमिटेड, दुर्ग एक प्रतिष्ठित इकाई है, जो पिछले करीब 35 साल से कार्यरत है। इस इकाई में वर्तमान में हैवी फेब्रीकेशन जैसे ब्रिज आदि का निर्माण होता है।

मेसर्स एटमास्टको लिमिटेड, दुर्ग द्वारा लायसेंस और एग्रीमेंट के तहत डिफेंस टेक्नालाजी हेतु भारत सरकार से 25 मार्च 2019 को अनुबंध किया गया था। जिसके तहत स्थापित होने वाली इस इकाई को भारत सरकार की विभिन्न सशस्त्र सेनाओं जैसे थल सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ और राज्य सरकार के सशस्त्र बलों के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट एवं हेलमेट निर्माण के लिए 5 मई 2020 को अनुमति जारी की गई है। भारत सरकार द्वारा इस उद्योग की स्थापना के लिए दिए गए लायसेंस के परिप्रेक्ष्य में राज्य शासन द्वारा अब एमओयू निष्पादित किया गया।

मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित समारोह में छत्तीसगढ़ शासन के उद्योग विभाग और रक्षा उत्पादों की औद्योगिक इकाई स्थापित करने वाली कम्पनी मेसर्स एटमास्टको लिमिटेड, दुर्ग के मध्य एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। इस मौके पर प्रदेश के उद्योग मंत्री कवासी लखमा भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस इकाई की स्थापना के लिए मेसर्स एटमास्टको लिमिटेड और उद्योग विभाग के अधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।