नक्सल प्रभावित बस्तर के गांवों में फैली रहस्यमयी बीमारी, 7 गांवों में 39 लोगों की मौत, 50 से ज्यादा बीमार

ग्रामीणों के मुताबिक पिछले कुछ महीनों से एक-एक कर ग्रामीणों की मौत हो रही है, पहले लोगों को बुखार होता है, फिर हाथ पांव फूलने लगते हैं और मौत हो जाती है..

Updated: Sep 23, 2022, 09:40 AM IST

बस्तर। छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर के गांवों में एक रहस्यमयी बीमारी ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। यहां एक-एक कर ग्रामीण इस बीमारी से मरते जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि 7 गांवों के करीब 39 लोगों की मौत हो चुकी है। इलाज के अभाव में बीते पांच महीनों में हुई ये मौतों से ग्रामीण दहशत में हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक इन गांवों में अब भी 50 से अधिक लोग इस अनजान बीमारी की चपेट में हैं।

यह रहस्मयी बीमारी बीजापुर-नारायणपुर जिले के इंद्रावती नदी पार बसे गांवों में फैली है। पिछले 5 महीनों से इलाकों में स्वास्थ्य सुविधा नहीं पहुंची है। 50 से ज्यादा लोग जो अभी भी बीमार हैं वे झाड़-फूंक के सहारे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि पहले बुखार आता है, फिर हाथ-पैर फूलता है। इसके बाद जान चली जाती है। लगातार हो रही मौतों से सभी चिंतित हैं। इलाज के अभाव में अपनों को खोता देख ग्रामीण भी बेबस और लाचार हो चुके हैं।

इंद्रावती नदी पार के ये गांव काफी सुदूर और दुर्गम जंगलों में हैं। इलाका नक्सलियों का गढ़ माना जाता है इसलिए यहां शासन-प्रशासन के अधिकारी भी जाने से कतराते हैं। बारिश के दिनों में नदी उफान पर होने के कारण इलाज के लिए वे बाहर भी नहीं जा पा रहे हैं। हैरानी की बात ये है कि आज भी लोगों के पास पीने के लिए पानी नहीं है। लोग गंदा पानी पीने को मजबूर हैं। 

मामले पर बीजापुर कलेक्टर राजेंद्र कटारा का कहना है कि नदी पार इलाकों में ग्रामीणों की मौत और बीमारी की सूचना मिली है। इन इलाकों के लिए टीम का गठन कर गांव भेजा जा रहा है। उनका यह भी कहना है कि दो महीने से इस तरह की स्थिति निर्मित हुई है और हमें पता नहीं चला। यह संदेहास्पद है। टीम जाकर आएगी, इसके बाद ही वस्तुस्थिति का पता चल सकेगा।