शेयर मार्केट पर फटा मंदी का बादल, चंद घंटों में निवेशकों के 17 लाख करोड़ रुपए हुए स्वाहा

एशियाई बाजार में आज भारी गिरावट देखने को मिल रही है। जापान के निक्‍केई में 9% से ज्यादा की गिरावट है। कोरिया का कोस्पी इंडेक्स भी 8% नीचे है।

Updated: Aug 05, 2024, 05:49 PM IST

मुंबई। अमेरिका में मंदी की आशंका और जियोपॉलिटिकल टेंशन के चलते दुनियाभर के शेयर मार्केट में हाहाकार मचा हुआ है। सोमवार को कारोबार शुरू होते ही घरेलू शेयर बाजार में भी कत्लेआम देखने को मिला। खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स में 2,600 अंकों से ज्यादा की गिरावट देखी गई है। ये 78,000 के करीब आ गया है। वहीं, निफ्टी में भी करीब 800 अंक की गिरावट है और ये 23,900 के स्तर पर आ गया है। 

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कमजोर ग्लोबल संकेतों के बीच आज के शुरुआती कारोबार में निफ्टी रियल्टी, बैंक, मेटल और ऑटो इंडेक्स में 4% से ज्यादा की गिरावट है। वहीं आईटी, मीडिया और ऑयल इंडेक्स भी करीब 3% नीचे हैं। सेंसेक्स के टॉप लूजर्स में टाटा मोटर्स, मारुति, टाइटन और टाटा स्टील हैं, जो करीब 4% नीचे हैं। बाजार में चौतरफा बिकवाली को बीच आज सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं।

ऑटो, आईटी, पीएसयू बैंक, फिन सर्विस, रियल्टी, एनर्जी और इन्फ्रा इंडेक्स में सबसे ज्यादा दबाव देखा जा रहा है। सेंसेक्स में सूचीबद्ध कंपनियों में से टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, अदाणी पोर्ट्स, मारुति और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट आई।

दरअसल, अमेरिका में मैन्‍यूफैक्‍चरिंग पीएमआई डाटा में बड़ी कमी आई है, जो संकेत दे रहा है अमेरिका में मंदी आ सकती है। साथ ही बेरोजगारों की संख्‍या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी भी हुई है, जिसका असर सीधे अमेरिकी बाजार पर पड़ा है। वहीं IT सेक्‍टर में छंटनी के ऐलान से भी संकट और गहरा गया है, जिससे ग्‍लोबल आईटी सेक्‍टर भी भारी दबाव में है।

एशिया के करीब सभी बाजार लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं। बाजार के जानकारों का कहना है कि अमेरिका में मंदी की आशंका के कारण दुनिया के बाजारों में गिरावट का ट्रेंड देखा जा रहा है। साथ ही ईरान और इजराइल के बीच युद्ध की आशंका भी बढ़ गई जिसके कारण ग्लोबल मार्केट में निगेटिव सेंटिमेंट है।

घरेलू शेयर बाजार में तेज बिकवाली से निवेशकों को शुरुआती दो घंटे में ही करीब 15 लाख करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। सोमवार, 5 अगस्त को सुबह 11:20 बजे तक बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का ओवरऑल मार्केट कैप 441 लाख करोड़ रुपए हो गया। शुक्रवार को यह लगभग ₹457 लाख करोड़ था।