बढ़ती महंगाई से आम आदमी का बुरा हाल, खुदरा महंगाई दर 6.95 फीसदी पर पहुंची

खाद्य पदार्थों और पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के चलते खुदरा महंगाई दर पहुंची 17 महीने के उच्चतम स्तर पर, आरबीआई द्वारा निर्धारित लक्ष्य को भी पार कर गई महंगाई    

Publish: Apr 13, 2022, 02:35 AM IST

नई दिल्ली। 
अनाज, सब्जियों, खाद्य तेल और ईंधन की बढ़ती कीमतों की वजह से खुदरा महंगाई दर मार्च में 17 महीने के उच्चतम स्तर 6.95 फीसदी पर पहुंच गई है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि यह लगातार तीसरा महीना है जब खुदरा महंगाई दर भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा निर्धारित 6 फीसदी के लक्ष्य से ऊपर पहुंच गई। जबकि आरबीआई ने सरकार से खुदरा महंगाई दर 2 से 6 फीसदी के बीच सीमित रखने को कहा है। 

फरवरी में महंगाई दर 6.07 फीसदी पर थी। जबकि जनवरी माह में खुदरा महंगाई 6.01 फीसदी पर थी। मार्च महीने में खुदरा महंगाई दर फरवरी के मुकाबले 15 फीसदी तक बढ़ गई है। इसका सीधा असर लोगों की जेब पर पड़ रहा है। पिछले वर्ष मार्च में महंगाई दर 4.3 फीसदी पर थी। 

खाद्य पदार्थों और पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी के कारण खुदरा महंगाई बढ़ी है। पेट्रोल-डीजल के मूल्य में 10-10 रूपए की वृद्धि का असर माल भाड़े पर पड़ा है। माल भाड़ा 15 से 20 फीसदी तक बढ़ा है। इसी कारण खुदरा के साथ ही थोक में भी अनाज, फल, दूध और सब्जियों के दाम बढ़े हैं। मार्च महीने में खाने-पीने की वस्तुओं के दाम में 7.68 फीसदी की तेजी आई है जबकि फरवरी में खाद्य वस्तुओं की खुदरा महंगाई दर 5.85 फीसदी पर थी।