MP में बारिश-ओलों की मार, गेहूं-चने को 30 फीसदी नुकसान, नर्मदापुरम के 94 से ज्यादा गांव में फसल बर्बाद

बुरहानपुर जिले में गेहूं, चने और मक्का फसल‎ को नुकसान तो हुआ ही है, कुछ खेतों में ‎केला-तरबूज फसल भी प्रभावित ‎हुई है।

Updated: Feb 28, 2024, 01:58 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के एक दर्जन से अधिक जिलों में ओले-बारिश के स्ट्रॉन्ग सिस्टम ने फसलें तबाह कर दी हैं। गेहूं-चने को 30 फीसदी नुकसान हुआ है। नर्मदापुरम के 94 से ज्यादा गांव में फसल बर्बाद हो गए। प्रदेशभर में सोमवार और मंगलवार को आंधी, बारिश और ओलों ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी है। विपक्ष ने राज्य सरकार से तत्काल राहत पैकेज जारी करने की मांग की है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार के पास अब तक 12 जिलों में ओले गिरने से नुकसान की जानकारी पहुंच चुकी है। इनमें निवाड़ी, खंडवा, बैतूल, हरदा, रतलाम, अनूपपुर, ग्वालियर, सतना, टीकमगढ़, छिंदवाड़ा, आगर मालवा, देवास जिले शामिल हैं। निवाड़ी, हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा, खंडवा, टीकमगढ़ में अत्यधिक नुकसान हुआ है। अधिकारियों का कहना है कि नुकसान का सर्वे कराया जा रहा है।

सीहोर के श्यामपुर क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक ‎गांवों में ओलों की बरसात हुई। ‎कई जगह जहां फसल पक चुकी थी‎, वहां पर ओलों ने बालियों को नीचे गिरा‎ दिया। इस समय जिलेभर में 80 ‎फीसदी रकबे में गेहूं की फसल पक कर‎ तैयार है। 15 से 20 फीसदी रकबे में तो‎ कटाई का काम पूरा हो चुका है। कई‎ जगह खेतों और खलिहानों में कटी‎फसलें पड़ी हैं।‎ उन्हें काफी नुकसान हुआ है।

नर्मदापुरम जिले के 94 से ज्यादा गांव में गेहूं, चने की फसल बुरी तरह प्रभावित हुई है। सोमवार रात से मंगलवार रात तक इटारसी, ‎सिवनीमालवा के 72 गांवों में‎ ओला-बारिश हुई। हिरणखेड़ा गांव में ‎200 ग्राम से ज्यादा वजन के ओले‎ गिरे। संयुक्त‎ कलेक्टर अनिल जैन ने बताया बारिश‎ से नर्मदापुरम तहसील के 22, ओलावृष्टि-‎बारिश से सिवनीमालवा के 40 और‎ इटारसी क्षेत्र के 32 गांवों की फसल ‎को नुकसान पहुंचा है।

खंडवा जिले में इस साल रबी सीजन में करीब 2.25 लाख हेक्टेयर रकबे में गेहूं तो 90 हजार हेक्टेयर में चने की फसलों की बोवनी हुई। कृषि विभाग के अनुसार फरवरी के अंतिम सप्ताह तक 20% फसलों की कटाई हो पाई थी। सूखकर काटने के लिए तैयार और हरी 80% फसलें अब भी खेतों में लहलहा रही थीं। हरसूद तहसील में शत प्रतिशत नुकसान हुआ। खंडवा, पंधाना, पुनासा, छैगांवमाखन, खालवा व बलड़ी तहसील में 50 फीसदी नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। 

उधर, बुरहानपुर जिले में गेहूं, चने और मक्का फसल‎ को नुकसान तो हुआ ही है, कुछ खेतों में ‎केला-तरबूज फसल भी प्रभावित ‎हुई है। इससे उत्पादन में कमी‎ आएगी। किसानों को भाव भी कम‎ मिलेंगे। तेज बारिश से 50 से‎ ज्यादा गांवों में फसलों को‎ नुकसान हुआ है। नेपानगर तहसील के अंबाड़ा, सारोला, नेपानगर, उमरदा, हिंगना, लिंगा, महलगुलआरा समेत 10 से ज्यादा गांव में नुकसान हुआ। बारिश के साथ ओले गिरे।