रीवा: यास तूफान के चलते समर्थन मूल्य पर गेंहूं क्रय दो दिन के लिए स्थगित, आदेश जारी

प्रदेश के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण संचालक द्वारा आदेश जारी किया गया है। इसके तहत 26 मई से 29 मई तक खरीदी केंद्र बंद करने का निर्देश दिया गया है।

Updated: May 26, 2021, 02:09 PM IST

Photo courtesy: patrika
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रीवा। विंध्य एवं महाकौशल क्षेत्र में बीते हफ्ते ताउ -ते तूफान से हुई तबाही के बाद अब यास तूफान के संभावित खतरों को देखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा एलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर रीवा सहित प्रदेश के तीन संभागों के करीब 15 जिलों में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद-बिक्री बुधवार (26 मई) से 29 मई तक यानी दो दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है। अब गेहूं क्रय केंद्रों पर दो दिनो तक खरीद-बिक्री नहीं होगी। प्रदेश के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता सरंक्षण संचालक द्वारा आदेश जारी किया गया है। 

मौसम विभाग ने तूफानी चक्रवात यास के कारण प्रदेश के पश्चिमी, केंद्रीय पश्चिमी व दक्षिणी क्षेत्र में भारी बारिश होनी की चेतावनी है। चेतावनी के तहत प्रदेश के तीन संभागों के करीब 15 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी का हवाला दिया गया है। इसी के मद्देनजर प्रदेश के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता सरंक्षण संचालक ने सभी संबंधित जिलों के कलेक्टर को गेहूं क्रय केंद्रों को दो दिन के लिए बंद रखने का निर्देश दिया है।

नरसिंगपुर जिले के खाद्य एवं जिला आपूर्ति अधिकारी राजीव शर्मा के अनुसार प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र में विशेषकर रीवा, शहडोल एवं जबलपुर संभाग के जिलो में 26 मई की शाम से 29 मई तक आंधी तूफान के साथ बारिश होने की आशंका है। इसके चलते 27 और 28 मई को समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी का कार्य स्थगित कर दिया गया है। इस संबंध में शासन द्वारा किसानों को मैसेज भेज कर सूचना दे दी गई है।

ऐसे में 27 व 28 मई को जिन किसानों से गेहूं की खरीदी होनी थी अब उनसे 30 एवं 31 मई को गेहूं का उपार्जन किया जाएगा। गेहूं उपार्जन का कार्य स्थगित करने के संबंध में सभी 96 केंद्रों के कर्मचारियों के जरिए किसानों को भी सूचित किया जा रहा है।

शासन ने  तूफान के असर से होने वाली बारिश की आशंका के मद्देनजर गेहूं की सुरक्षा एवं बचाव के  निर्देश दिए हैं। लिहाजा कर्मचारियों को निर्देश दिए जा रहे हैं कि उपार्जन केंद्र पर गेहूं के स्कंध का परिवहन शीघ्र कर गोदामो में सुरक्षित भंडारण कर लिया जाए। केंद्र पर उपलब्ध अनाज को पक्के प्लेटफार्म पर स्टेकिंग लगाकर तिरपाल आदि से ढका जाय। साथ ही गेंहू ढके तिरपाल को बांधकर रखा जाए ताकि आंधी के प्रभाव से नुकसान न हो। साथ ही उपार्जन केंद्र के पास कवर्ड भंडारण स्थल उपलब्ध होने पर उसमें अस्थाई रूप से स्कंध का भंडारण कराया जाए।

बात दें मौसम विभाग ने सबसे ज्यादा रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, जबलपुर, डिण्डौरी, मण्डला, नरसिंहपुर, सिवनी, कटनी, बालाघाट और छिंदवाड़ा सहित प्रदेश के अन्य दूसरे जिलों बारिश होने की संभावना जताई है।