रिपोर्ट्स का दावा, खूबसूरती नहीं बीमारी दे रहे अमेरिका और कनाडा में मिलने वाले ब्यूटी प्रोडक्ट्स

विदेशों में 50 प्रतिशत से ज्यादा ब्यूटी प्रोडक्टस में घातक कैमिकल मिले, जिनके नियमित उपयोग से कैंसर, थायराइड, कम वजन के बच्चों का जन्म, लिवर और हार्मोंस से जुड़ी बीमारियों का खतरा, मस्कारा, लिपस्टिक, नेपपेंट समेत कई में मिला फ्लोरीन

Updated: Jun 16, 2021, 11:04 AM IST

Photo Courtesy: Frends Beauty Supply
Photo Courtesy: Frends Beauty Supply

मेकअप करना और अपनी खूबसूरती को निखाना किसे नहीं पसंद है, लेकिन क्या कभी आपने गौर किया है कि मेकअप के लिए जिन प्रोडक्ट्स का हम उपयोग करते हैं, वह सेफ हैं भी या नहीं। उन प्रोडक्ट्स का हमारे शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अमेरिका के कई फेमस ब्रांड में जहरीले तत्व मिले हैं, जिनके नियमित उपयोग से कैंसर, थायराइड जैसी कई बीमारियां हो सकती हैं। हाल ही में वर्ल्ड के टॉप मोस्ट ब्यूटी प्रोडक्ट की कंपनी के प्रोडक्ट्स के 50 प्रतिशत से ज्यादा सैंपल्स में घातक कैमिकल मिले हैं। रिपोर्ट का दावा है कि अमेरिका और कनाडा में यूज किए जा रहे मेकअप प्रोडक्ट्स जिसमें मस्कारा, लिपस्टिक, नेल पेंट, फाउंडेशन, लिप बाम, आईलाइनर और ब्लशर शामिल हैं।

ब्यूटी प्रोडक्ट्स पर यह अपने तरह की पहली ऐसी रिसर्च है। इन ब्यूटी प्रोडक्ट्स में फ्लोरीन की मात्रा मिलने पर रिसर्चर्स भी आश्चर्य में पड़ गए हैं। दावा किया जा रहा है कि इन ब्यूटी प्रोडक्ट्स में फौरी तौर पर ही नहीं बल्की लंबे समय बाद नुकसान होता है। 

इन ब्यूटी प्रोडक्ट्स के सैंपल्स में कई घातक केमिकल्स पाए गए हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रोजाना लिपस्टिक का यूज करने वाली महिलाओं बड़ी मात्रा में इन घातक कैमिलकल्स को खा चुकी हैं। 

इन व्यूटी प्रोडक्ट्स में फ्लोरीन कैमिकल मिला है, जिसके बारे में कहा जाता है कि ये काफी खतरनाक होते है, ये इतने एक्टिव होते हैं कि लगाते ही शरीर में एंटर कर जाते हैं। इन कैमिकल युक्त प्रोडक्ट्स को लगाते ही ये स्किन द्वारा सोख लिए जाते हैं। जो की आगे चलकर जानलेवा बीमारियों की वजह बनते हैं।

खबरों की मानें तो वाटरप्रूफ मस्कारा के 82%, लिक्विड लिपस्टिक के 62% और फाउंडेशन के 63% ब्रांड में कैमिकल होने का दावा किया जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि फ्लोरीन जैसे घातक रसायन कैंसर, जन्मजात बीमारियां, लिवर के रोग, हार्मोनल बीमारियां जैसे  थायराइड की बड़ी वजह बनती हैं। वहीं इससे इम्यूनिटी वीक हो सकती है। हार्मोन्स का बैलेंस बिगड़ सकता है।