हिंसा की आग में सुलग रहा बांग्लादेश, 97 लोगों की मौत, पूरे देश में कर्फ्यू लगा, इंटरनेट सेवा भी बंद की गई

बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर पूरे देश में प्रदर्शन हो रहे हैं। रविवार को हुई भीषण झड़पों में 14 पुलिसकर्मियों सहित 97 लोगों की मौत हो गई।

Updated: Aug 05, 2024, 09:32 AM IST

ढाका। पड़ोसी देश बांग्लादेश हिंसा की आग में सुलग रहा है। बांग्लादेश में आरक्षण के विरोध में शुरू हुआ आंदोलन और हिंसक हो गया है। रविवार को हजारों प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर सड़क पर उतर आए। इस दौरान उनकी और पुलिस के बीच कई जगहों पर हिंसक झड़पें हुईं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रविवार को हिंसक झड़पों में 14 पुलिसकर्मियों सहित 97 लोगों की मौत हो गई। जबकि 500 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। सरकार ने हिंसा पर काबू करने के लिए देशभर में कर्फ्यू लगा दिया है। पूरे देश में इंटरनेट सेवाएं भी ठप कर दी गई है। साथ ही अगले 3 दिनों के लिए छुट्टी की घोषणा कर दी गई है। 

इसके साथ ही देशभर में सभी अदालतों को अनिश्चितकाल तक के लिए बंद कर दिया गया है। इस दौरान बहुत जरूरी मामलों में ही सुनवाई की जाएगी। इसके लिए चीफ जस्टिस इमरजेंसी बेंच का गठन करेंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले 3 सप्ताह में बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी प्रदर्शन में मारे गए लोगों की संख्या 300 के पार चली गई है। जबकि पिछले महीने हुए हिंसा में 200 से ज्यादा लोग मारे गए थे।

ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक सिराजगंज शहर में प्रदर्शनकारियों ने रविवार को पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया। उन्होंने पुलिसकर्मियों को मारा और वहां आग लगा दी। इस हमले में 14 पुलिसकर्मी मारे गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने देश भर में कई पुलिस स्टेशनों पर हमला किया। इसमें 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।

भारत सरकार ने जारी की एडवाइजरी

बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच भारत सरकार ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए एडवाइजरी में लिखा गया है कि भारतीय नागरिकों को अगली सूचना तक बांग्लादेश की यात्रा नहीं करने की सलाह दी जाती है। वर्तमान में बांग्लादेश में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों को ज्यादा सावधानी बरतने, अपनी आवाजाही को सीमित करने और इमरजेंसी फोन नंबर्स के जरिए ढाका में भारतीय उच्चायोग के संपर्क में रहने की सलाह दी जाती है।

विदेश मंत्रालय की तरफ से इमरजेंसी नंबर भी जारी किए गए हैं, जो 8801958383679, 8801958383680, 8801937400591 हैं। अगर पड़ोसी देश में मौजूद किसी भी नागरिकों को किसी तरह की कोई परेशानी होती है, तो वह दिए गए नंबरों पर कॉल कर भारतीय उच्चायोग से संपर्क कर सकते हैं।