इमरान खान ने कसा तंज तो भारत ने दिखाया आईना

पाकिस्तानी पीएम इमरान ख़ान ने भारत में भूख से बेहाल गरीबों के लिए कैश ट्रांसफर करने का तंज कसा है। जवाब में भारत ने कहा कि हमारा प्रोत्साहन पैकेज पाकिस्तान की जीडीपी जितना बड़ा है।

Publish: Jun 12, 2020, 08:32 AM IST

इस समय पाकिस्तान खुद कोरोना महामारी और गुरबत से जूझ रहा है लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को अपने देश की बजाय भारत की चिंता हो रही है। पाकिस्तानी पीएम इमरान ख़ान ने भारत में भूख से बेहाल गरीबों के लिए कैश ट्रांसफर करने का तंज कसा है। ऐसे इमरान खान ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा है। इमरान ने अंग्रेज़ी अख़बार ट्रिब्यून में छपे एक रिपोर्ट के हवाले से भारत को वित्तिय मदद पहुंचाने के लिए तंज रूपी पेशकश की है। इमरान खान ने कहा है कि मैं भारत की मदद करने के लिए तैयार हूं।

आजतक के अनुसार इमरान खान के ट्वीट का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि हमारा प्रोत्साहन पैकेज पाकिस्तान की जीडीपी जितना बड़ा है। पाकिस्तान के पीएम को बेहतर सलाह मिलनी चाहिए। विदेश मंत्रालय ने इस्लामाबाद को लोन संकट की भी याद दिलाई।

क्या है ट्रिब्यून की रिपोर्ट में ?

दरअसल ट्रिब्यून ने अपनी रिपोर्ट में दो संस्थाओं के हवाले से कहा है कि भारत में लगभग 34 प्रतिशत आबादी ऐसी है जिनके लिए बिना किसी आर्थिक मदद के लिए एक हफ्ते से ज़्यादा अपना घर चलाना मुश्किल हो गया। वे सभी अब एक हफ्ते से ज़्यादा किसी भी अतिरिक्त सहायता के बगैर गुज़र बसर नहीं कर सकते।  यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो और सेंटर फॉर मॉनिटरिंग द इंडियन इकोनॉमी की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब 84 प्रतिशत भारतीय घरों में लॉकडाउन के बाद आय में गिरावट आई है। इनमें से तकरीबन एक तिहाई परिवार बिना अतिरिक्‍त मदद के एक सप्‍ताह से ज्‍यादा जिंदा नहीं रह सकते हैं।

ऐसे में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस रिपोर्ट को ट्वीट कर भारत को कैश ट्रांसफर करने की पेशकश की है। इमरान खान ने खबर को ट्वीट करते हुए लिखा है कि - 'इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत के 34 प्रतिशत घरों में लोग बिना सहायता के एक सप्‍ताह से ज्‍यादा समय तक नहीं चल सकते हैं। मैं भारत की मदद और ट्रांसफर प्रोग्राम को साझा करने के लिए तैयार हूं। हमारे कैश ट्रांसफर प्रोग्राम की जनता तक पहुंच और पारदर्शिता को लेकर अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर प्रशंसा हुई है।'

 

इमरान खान का आग्रह या तंज?

इमरान खान के इस ट्वीट को भारत के ऊपर तंज के तौर पर ही देखा जा रहा है। उसकी सबसे बड़ी वजह है खुद पाकिस्तान की खस्ता हालत। इमरान खान ने खुद हाल ही में यह बयान जारी करते हुए कहा था कि अब लॉकडाउन को पाकिस्तान में आगे नहीं बढ़ाया जा सकता क्योंकि लॉकडाउन की वजह से देश को 800 करोड़ का घाटा हुआ है। एक तरफ पाकिस्तान की वित्तीय स्थिति दयनीय है ही तो वहीं दूसरी ओर कोरोना महामारी के दौर में पाकिस्तान अपने डॉक्टरों तक को पीपीई किट तक मुहैया नहीं करवा पा रहा है। करोड़ों लोग गुरबत में ज़िंदगी गुज़र बसर कर रहे हैं वो अलग। ऐसे में ज़ाहिर है पकिस्तानी पीएम ने ट्रिब्यून के इस रिपोर्ट के हवाले से भारत पर तंज कसने के सिवा और कुछ नहीं किया है।