चीनी शहर डुनहुआंग में रेतीले तूफान का कहर, 300 मीटर ऊंची बनी धूल की दीवार

चीन के गांसू प्रांत के डुनहुआंग शहर में रेतीले तूफान से विजिबिलिटी 20 मीटर से भी कम हो गई, जिसकी वजह से शहर का ट्रैफिक रोकना पड़ा

Updated: Jul 27, 2021, 08:52 AM IST

Photo Courtesy: twitter
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दुनियाभर को कोरोना महामारी का दंश देने वाला चीन इन दिनों रेतीले तूफानों से जूझ रहा है। चीन के नार्थ वेस्ट क्षेत्र के शहर डुनहुआंग में दो दिन पहले 25 जुलाई को रेत का तूफान देखने को मिला। यहां करीब 300 फीट ऊंची धूल की चादरें उड़ती हुई नजर आईं। डुनहुआंग शहर चीन के गांसू प्रांत में स्थित है।

शहर में अचानक इस रेतीले तूफान ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। इस रेतीले तूफान की वजह से दृश्यता करीब 20 फीट ही रह गई। जिससे सड़कों पर गाड़ी चलाना दूभर हो गया। शहर का ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए और लोगों को सुरक्षित बचाने के लिए चीनी पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस सड़कों पर फंसी गाड़ियों को सुरक्षित निकालती नजर आई।

 

रेतीले तूफान का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बहुमंजिला इमारतों को भी उसने अपनी जद में ले लिया। इस रेतीले तूफान की वजह से चारों और रेत और धूल के गुबार नजर आए। और तो और आसमान में भी पीलापन नजर आया। कुछ स्थानों पर विजिबिलिटी केवल 5 मीटर रह गई थी। डुनहुआंग ट्रैफिक पुलिस ने स्थानीय टोल नाकों पर ट्रैफिक कंट्रोल लगाए। पुलिस ने यहां फंसी गाड़ियों को जल्द से जल्द एक्स्प्रेसवे छोड़ने का आदेश दिया।

दरअसल डुनहुआंग शहर गोबी मरुस्थल के पास ही स्थित है। इस मरुस्थल पर उठे रेतीले तूफान का असर शहर में साफ तौर पर नजर आय़ा। इस रेतीली हवाओं की वजह से नजर आ रहीं सैकड़ों फीट ऊंची दीवार ने शहर की कई बड़ी इमारतों को अपनी जद में ले लिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, लोग इस दीवार की तुलना ग्रेट वॉल ऑफ चाइना से करने लगे हैं।

यह पहला मौका नहीं है जब चीन में रेतीले तूफान ने तबाही मचाई है। इससे पहले मई महीने में बीजिंग में ऐसी ही घटना देखने को मिली थी। जिसका वीडियो चाइना सेंट्रल टेलीविजन ने जारी किया था।  तब भी ट्रैफिक में दिक्कतें आई थी। उस दौरान करीब 400 से ज्यादा फ्लाइट्स को पोस्टपोन कर दिया गया था। 

चीनी शहर डुनहुआंग विश्व प्रसिद्ध है, यहां यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर घोषित एक स्थर है जिसे मोगाओ ग्रोटो के नाम से जाना जाता है। यह गोबी रेगिस्तान के पास में स्थित है। मोगाओ ग्रोटो के पास का इलाका यहां की खराब जलवायु और रहने की कठिन परिस्थितियों के लिए कुख्यात है। इस रेतीले तूफान की वजह से लोगों की आंखों में धूल भर गई। खुले स्थानों और पार्क में बैठे लोगों का सामान रेत में दब गया। तूफान की वजह से दोपहर तीन बजे ही सूर्यास्त का नजरा देखने को मिला।