रूसी खुफिया एजेंसी के अधिकारी का दावा व्लादिमीर पुतिन की मृत्यु नजदीक, जीवन के तीन वर्ष शेष

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि व्लादिमीर पुतिन के शरीर में पार्किनसन कैंसर का संक्रमण बढ़ता जा रहा हैं और उनकी आंखों की रोशनी तेजी से कम होती जा रही है

Updated: May 31, 2022, 05:14 AM IST

मॉस्को। पिछले दो दशकों से रूस में सरकार के पर्याय और वैश्विक नेता के रूप में पहचाने जाने वाले व्लादिमीर पुतिन को डॉक्टरों ने उनके बचे हुए जीवन की समयसीमा बताई है।

रूसी खुफिया विभाग के अधिकारी की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रूस के राष्ट्रपति पार्किनसन कैंसर बीमारी से ग्रस्त हैं, उनके शरीर में कैंसर का संक्रमण बढ़ता जा रहा है, उनकी आंखों की रोशनी तेजी से कम होती जा रही है और डॉक्टरों ने उनके जीवन का तीन वर्ष का समय शेष बताया है।

हालांकि रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने रविवार को राष्ट्रपति पुतिन के बीमार होने की अटकलों का खंडन करते हुए कहा कि मैं नहीं समझता कि कोई समझदार व्यक्ति राष्ट्रपति पुतिन में किसी तरह की कोई बीमारी या बीमारी के लक्षण देख सकता है। आप पुतिन को टीवी पर देख सकते हैं उनके भाषणों को पढ़ और सुन सकते हैं।

यह भी पढ़ें... दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को ईडी ने हवाला केस में किया गिरफ्तार

दरअसल ये जानकारी उस संदेश से प्राप्त हुई है जो लंदन में रहने वाले पूर्व रूसी जासूस बोरिस कारपीकोव को प्राप्त हुआ था।इस संदेश में लिखा था कि " हमें बताया गया है कि पुतिन लगातार होते सिर दर्द से पीड़ित हैं और जब वो टीवी पर भाषण देने आते हैं तो उनके भाषण को एक कागज पर बड़े अक्षरों में लिख कर दिया जाता है जिसके कारण एक पेज पर केवल कुछ वाक्य ही आते हैं, उनकी नजर खराब होती जा रही है। उनके शरीर के अंग बेकाबू होकर हिलते रहते हैं।

विश्व में बहुत कम ऐसे नेता होते हैं जिन्हें आप पसंद या नापसंद कर सकते हैं लेकिन उनकी अनदेखी नहीं कर सकते और व्लादिमीर पुतिन ऐसे ही एक नेता हैं। विश्व में पश्चिमी मीडिया उन्हें एक तानाशाह के रूप में दिखाता हैं लेकिन व्लादिमीर पुतिन रूस के एक मात्र ऐसे नेता हैं जिन्होंने शीत युद्ध के बाद जब दुनिया दो ध्रुवीय थी तब रूस का एक वैश्विक शक्ति का केंद्र बनाए रखा और आज जब दुनिया बहु ध्रुवीय है तब भी रूस एक वैश्विक शक्ति का केंद्र है।

रूस और यूक्रेन के युद्ध के बाद अमेरिका ने रूस पर प्रतिबंध लगाए जिससे पूरे विश्व को लगा कि अब रूस की मुद्रा रूबल की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में बुरी तरह गिरेगी और रूस की अर्थव्यवस्था बर्बाद हो जाएगी लेकिन ये पुतिन की नीतियों के कारण डॉलर के मुकाबले रूबल की कीमत में बढ़ोतरी हुई है और पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों का असर रूस पर कम हुआ, लेकिन इसके साथ ही व्लादिमीर पुतिन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए जाते हैं और उन पर विरोध करने वाले नेताओं की हत्या करवाने और जेल में डालने जैसे भी आरोप लगते रहे हैं।

सीरिया में जब अमेरिका ने बशर अल असद को सत्ता से बाहर करने का प्रयास किया और सरकार विरोधी उग्रवादियों को हथियार उपलब्ध करवाए तब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ही सीरिया में बशर अल असद की सरकार को बचाया।व्लादिमीर पुतिन मानते हैं कि 1991 में यूएसएसआर का विघटन बीसवीं सदी की सबसे बड़ी घटना थी और ये नही होना चाहिए था।व्लादिमीर पुतिन रूस के चार बार राष्ट्रपति और दो बार प्रधानमंत्री पद पर रह चुके हैं और इस अगस्त के महीने में 70 वर्ष के हो जाएंगे, वे रूसी खुफिया जासूस एजेंसी केजीबी में जासूस भी रह चुके हैं।