अफगानियों के देश छोड़ने से खुश नहीं है तालिबान, तालिबान के प्रवक्ता ने दी चेतावनी

तालिबान की हुकूमत कायम होने के बाद से ही अफगानिस्तान से विदेशी नागरिकों का देश छोड़ने का सिलसिला जारी है, विदेशी नागरिकों के साथ साथ बड़ी तादाद में अफगानिस्तान के नागरिक भी देश छोड़कर जा रहे हैं, जिस वजह से तालिबान नाखुश है

Publish: Aug 25, 2021, 05:21 AM IST

नई दिल्ली। अफ़गानिस्तानी नागरिकों के देश छोड़ने की वजह से तालिबान नाराज हो गया है। आतंकी संगठन ने यह चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि वह किसी भी अफगानी नागरिक को देश छोड़ने की अनुमति नहीं देगा। इसके साथ ही तालिबान ने अमेरिका को भी चेतावनी दी है कि वह अफ़गानियों को देश छोड़ने के लिए उकसाना बंद करे। 

दरअसल अफगानिस्तान में तालिबानी हुकूमत के कायम होने के बाद से ही बड़ी तादाद में लोगों का देश छोड़ना जारी है। कई देश अफगानिस्तान से अपने नागरिकों की स्वदेश वापसी करा रहे हैं। तालिबानी हुकूमत के साए में रहने से अफगानिस्तान के नागरिक भी परहेज कर रहे हैं। इसी वजह से कई अफगानिस्तानी नागरिक भी अपना देश छोड़कर जा रहे हैं। अफगानिस्गानी नागरिकों का देश छोड़ना तालिबान को रास नहीं आ रहा है। 

तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद के हवाले से विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में उल्लेख किया जा रहा है कि तालिबान अब अफगानी नागरिकों के काबुल एयरपोर्ट पर जाने से रोक रहा है। तालिबानी प्रवक्ता ने कहा है कि अमेरिका को अफगानिस्तान के नागरिकों को देश छोड़ने के लिए नहीं उकसाना चाहिए। तालिबान ने कहा है कि अफगानिस्तान के शिक्षाविदों और डॉक्टरों को अफगानिस्तान में ही रहना चाहिए। तालिबान ने कहा है कि जिन लोगों ने देश छोड़ा है उन्हें वापस अपने वतन लौट जाना चाहिए।

इसके साथ ही तालिबान ने 31 अगस्त तक अमेरिका को अपने नागरिकों की वतन वापसी सुनिश्चित करने का अल्टिमेटम भी दे दिया है। हालांकि अमेरिका की खुफिया समिति के अध्यक्ष एडम शिफ का कहना है कि 31 अगस्त तक वह अपने सभी नागरिकों की वतन वापसी सुनिश्चित नहीं कर सकता। 

एक अनुमान के मुताबिक अमेरिका अब तक 70 हजार से ज्यादा लोगों को अफगानिस्तान से बाहर ला चुका है। इसमें अमेरिका के नागरिकों के साथ साथ नाटो के कर्मी और अफगान नागरिक भी शामिल हैं। देश छोड़ने वाले ज्यादातर अफगानी नागरिकों में सबसे ज्यादा महिलाएं हैं।