Donald Trump: डोनाल्ड ट्रंप को सता रहा है हार का डर, चुनाव परिणाम नहीं स्वीकारेंगे

US Presidential Election 2020: अपने प्रतिद्वंदी जो बाइडेन से काफी पीछे चल रहे हैं ट्रंप, पोस्टल बैलट वोटिंग पर हार का ठीकरा फोड़ने की तैयारी

Updated: Sep 24, 2020, 10:13 PM IST

Photo Courtesy: People.com
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इलेक्शन पोल्स में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन से काफी पीछे चल रहे डोनाल्ड ट्रंप ने हार जाने पर परिणान स्वीकार नहीं करने की बात कही है। ट्रंप ने जुलाई महीने में भी यह बात कही थी। इससे पहले 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान भी ट्रंप ने यही कहा था। हालांकि, उस चुनाव में ट्रंप को जीत हासिल हुई थी। ट्रंप के इस बयान के बाद देश में संवैधानिक संकट पैदा होने की आशंका है। ट्रंप को अपनी जीत को लेकर आश्वस्त नहीं है और इसके लिए वे पोस्टल बैलट वोटिंग पर ठीकरा फोड़ने का माहौल बना रहे हैं। 

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, "देखते हैं कि क्या होता है। आपको पता ही है कि मैं पोस्टल बैलट वोटिंग को लेकर लगातार शिकायत कर रहा हैं। पोस्टल बैलट वोटिंग बर्बादी है।"

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दरअसल, कोविड 19 के खतरे को देखते हुए अमेरिका में इस बार पोस्टल बैलट से मतदान कराने की बात चल रही है। कई राज्यों ने तो इसी प्रक्रिया से मतदान हो चुका है। खुद ट्रंप फ्लोरिडा के एक प्राइमरी चुनाव में इसी प्रक्रिया से वोट डाल चुके हैं। 

जब ट्रंप से यह पूछा गया कि वे खुद पोस्टल बैलट से वोट कर चुके हैं, तो उन्हें इसमें क्या दिक्कत नजर आ रही है। ट्रंप ने इसके जवाब में कहा कि सभी को पोस्टल बैलट भेजे जाने और जो इसकी मांग कर रहे हैं, सिर्फ उनको यह सुविधा देने में अंतर है। सभी को पोस्टल बैलट दिए जाने से चुनावी धांधली होगी, डेमोक्रेटिक पार्टी को यह बात पता है। 

हालांकि, पोस्टल वोटिंग में धांधली का ट्रंप का दावा खोखला है। जिन राज्यों में इस प्रक्रिया से मतदान हुआ है, वहां ऐसी कोई शिकायत सामने नहीं आई है। ऐसा ही दावा करते हुए ट्रंप ने कुछ महीने पहले ट्वीट भी किया था, जिसके ऊपर ट्विटर ने तथ्यात्मक रूप से गलत होने का लेबल लगा दिया था। 

ट्रंप ने कहा कि अगर पोस्टल वोटिंग नहीं होती है तो सत्ता हस्तांतरण में कोई दिक्कत नहीं आएगी। हालांकि, ट्रंप का कहना है कि सामान्य प्रक्रिया से वोटिंग होने पर वे दोबारा अमेरिका के राष्ट्रपति चुने जाएंगे। 

दूसरी तरफ जो बाइडेन के चुनाव प्रचार अभियान ने ट्रंप के इस बयान पर प्रतिक्रिया दी। बयान में कहा गया कि अमेरिकी जनता फैसला करेगी कि कौन जीतेगा और कौन हारेगा। अमेरिकी सरकार के पास इतनी ताकत है कि वो बहुत आराम से व्हाइट हाउस से घुसपैठियों को बाहर फेंक सकती है। 

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अमेरिका के पांच राज्य पहले ही पोस्टल बैलट से वोटिंग करा चुके हैं। चार नए राज्य इसकी तैयारी कर रहे हैं। ये चार राज्य कैलिफोर्निया, नेवाडा, न्यू जर्सी और वर्माउंट हैं। वाशिंगटन डीसी भी जल्द ही इस संबंध में घोषणा कर सकता है। इन चार राज्यों में केवल नेवाडा में ही कड़ी टक्कर की संभावना है। बाकी के तीन राज्य डेमोक्रेटिक रुख वाले हैं। ट्रंप पहले ऐसे राष्ट्रपति हैं जो अमेरिका की चुनावी प्रक्रिया को लेकर शक कर रहे हैं।