मप्र में बाहर से आए मजदूरों को भी राशन मिलेगा

कोरोना से निपटने के लिए लॉकडाउन के बीच जनता को हो रही समस्याओं के निराकरण के लिए मप्र सरकार ने एडवांस राशन, पेंशन देने जैसी तैयारियां की है।

Publish: Mar 29, 2020, 10:53 PM IST

CM shivraj singh chouhan in reviewed medical preparations
CM shivraj singh chouhan in reviewed medical preparations

भोपाल।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रालय में बैठक कर प्रदेश में कोरोना की स्थिति तथा इससे निपटने के लिए की जा रही व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि प्रत्येक गरीब को आगामी तीन माह तक उचित मूल्य राशन नि:शुल्क मिले, चाहे वह उचित मूल्य उपभोक्ता हो अथवा नहीं। बाहर से आए मजदूरों, गरीबों के लिए भी खाद्यान्न की व्यवस्था की जाए।

पर्याप्त टेस्टिंग एवं पीपीई किट्स

मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने बताया कि प्रदेश में कोरोना वायरस की टेस्टिंग अभी 1600 किट स्टॉक में हैं। यह अगले 3 दिनउें में 10,000 किट्स हो जाएंगी। पुणे की एक कंपनी को एक लाख किट्स का ऑर्डर दिया गया है। वर्तमान में टेस्टिंग के लिए लैब की क्षमता 280 है, जिसे शीघ्र बढ़ाया जाएगा।

इलाज के लिए अस्पतालों में व्यवस्था

कोरोना के इलाज के लिए गांधी मेडिकल कॉलेज इंदौर में 110 बेेड तैयार हैं। इसी प्रकार, आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज उज्जैन, मेडिकल कॉलेज जबलपुर, रीवा, सागर आदि संभागों में पर्याप्त संख्या में बेड उपलब्ध हैं। इसके अलावा, निजी चिकित्सालय में भी आवश्यकता अनुसार कोरोना के लिए व्यवस्थाएं की जाएंगी।

राशन के लिए हेल्प लाइन नंबर 1800 2332 797

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जिन गरीब लोगों के पास राशन कार्ड नहीं है। उन भी सभी को राशन का गेहूँ और चावल मुफ्त में प्राप्त हो। प्रदेश में गरीब एवं बेसहारा लोगों के लिए खाद्यान्न की समुचित व्यवस्था की जा रही है। आटा मिलों को उचित मूल्य पर गेहूँ कलेक्टर्स के माध्यम से दिलवाया जा रहा है। इससे कि आटे की कमी न रहे। केन्द्र सरकार की घोषणा अनुसार दाल भी दिलवाई जाएगी। खाद्यान्न प्राप्ति में गरीबों को कोई परेशानी ना हो, इसके लिए एक हेल्पडेस्क बनाई गई है, जिसका नंबर 1800 2332 797 है।