भोपाल के बालिका गृह की 11 लड़कियां बेहोश, जहरीला पदार्थ खाने की आशंका, एक की हालत नाजुक

भोपाल में एक बालिका गृह की 11 लड़कियों को बेहोशी की हालत में जेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से 4 नाबालिग हैं। सभी का इलाज जारी है।

Updated: Aug 13, 2023, 10:31 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां नेहरू नगर स्थित बालिका गृह की 11 लड़कियां शनिवार देर रात अचानक बेहोश हो गईं। आनन-फानन में उन्हें जेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनका इलाज जारी है। इनमें एक बच्ची की हालत नाजुक है।

TT नगर ACP सीएस पांडेय ने बताया कि कमला नगर थाना क्षेत्र के नेहरू नगर स्थित बालिका गृह में 11 किशोरियों की पानी पीने से अचानक तबियत खराब हो गई थी। कई लड़कियां बेहोश हुईं, जबकि कई लड़कियों को पेट दर्द और उल्टी की शिकायत हुई। इसके बाद सबको जेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां सबका इलाज जारी है। किसी की भी हालत गंभीर नहीं है।

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प्रारंभिक तौर पर कहा जा रहा है कि बालिका गृह के वॉटर कूलर का पानी पीने की वजह से 11 किशोरियों की तबीयत खराब हुईं और वे बेहोश हो गईं। हालांकि, कुछ मीडिया रिपोर्टस में इस बात की भी आशंका जताई गई है कि बालिकाओं ने आत्महत्या करने की कोशिश की थी। उन्होंने रात में खाना खाने के बाद जहर खाया है। हालांकि, इससे जुड़ा कोई तथ्य सामने नहीं आया है।

अचानक बालिक गृह की 11 बच्चियों की तबीयत बिगड़ने से कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। लोगों के जहन में सवाल हैं कि क्या बालिका गृह में बच्चियों को प्रताड़ित किया जाता था, जिससे तंग आकर उन्होंने आत्महत्या की कोशिश की या फिर बालिका गृह प्रशासन की लापरवाही की वजह से खराब पानी पीने से उनकी तबीयत बिगड़ी।

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सोशल एक्टिविस्ट एडवोकेट सुनील आदिवासी ने बताया कि मामले की सूचना मिलते ही वे देर रात जेपी अस्पताल पहुंचे थे। यहां बच्चियों की हालत खराब थी। एक की हालत अति गंभीर होने के कारण उसे आईसीयू में शिफ्ट किया गया था। सुनील आदिवासी के मुताबिक इस दौरान डॉक्टर और पुलिस अधिकारी कुछ भी बोलने से बचते नजर आए।

मध्य प्रदेश बाल आयोग की सदस्य निवेदिता ने मीडिया को बताया कि ये वो बच्चियां हैं, जिनका कोई नहीं है, उन्हें देखरेख के लिए बालिका गृह में रखा गया है। या फिर ऐसी बच्चियां हैं, जो अपने घर से भागी हुई हैं। पॉक्सो विक्टिम और ऐसी भी हैं, जिन्हें परिवार ने छोड़ दिया। निर्भया आश्रम से भी इस बालिका गृह में दो बच्चियों को शिफ्ट किया गया है।