रतलाम में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश, गरबा पंडालों पर लगाए गैर-हिंदुओं पर रोक के पोस्टर

रतलाम के गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। शहर के सभी गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं के गरबा परिसर में प्रवेश पर रोक के बैनर लगाए गए हैं।

Updated: Oct 05, 2024, 01:52 PM IST

रतलाम। देश भर में नवरात्रि का पर्व भक्ति भाव और धूमधाम से मनाया जा रहा है। मध्य प्रदेश में इस वर्ष नवरात्रि पर गोमूत्र, तिलक, लव जिहाद और बुर्का जैसे शब्द ज्यादा गूंज रहे हैं। जबलपुर से लेकर इंदौर तक तरह-तरह के फरमान जारी हो रहे हैं। इसी बीच अब रतलाम में सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ती दिख रही है। रतलाम के गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। शहर के सभी गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं के गरबा परिसर में प्रवेश पर रोक के बैनर लगाए गए हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक शहर के हिंदु संगठनों ने गरबा आयोजन समितियों पर दबाव डालकर इस तरह के बैनर लगवाए हैं। शहर के ही दीनदयाल नगर में गरबा समिति द्वारा नियमावली बनाई है। जिसमें 4 पॉइंट मुख्य रूप से लिखे गए है। जिनमें अश्लील वस्त्रों में प्रवेश निषेध, बॉलीवुड गाने बंद रहेंगे (भजन या भगवान के गाने चलेंगे), शराब पीकर आना सख्त मना है और हिंदू धर्म के अलावा दूसरे सभी धर्म के लोगों के प्रवेश पर रोक लगाई है।

विवाद की स्थिति उत्पन्न न हो इसलिए शहर काजी सैयद अहमद अली ने भी मुस्लिम समाज के नौजवानों, युवतियों और माताओं से अपील की है कि वह मेला और गरबा देखने न जाए। शहर काजी ने इसके लिए एक लेटर भी जारी किया है। जिसमें लिखा है कि तमाम रतलाम की मुस्लिम अवाम से गुजारिश है कि मुस्लिम नौजवान, मुस्लिम मां और इस उम्मत की बाहया बेटियां नवरात्रि पर्व पर न ही मेले में जाए और न ही गरबे देखने जाए। वक्त हालात को मद्देनजर रखते हुए अपने घरों में रहें।

शहर काजी सैयद अहमद अली ने मीडिया से कहा कि वर्तमान माहौल को देखते हुए ये लेटर जारी किया है। रतलाम बहुत अच्छा शहर है। रतलाम में ऐसा कुछ नहीं चलता है। बाहर से जो वाट्सएप पर चल रहा है इसको देखते हुए हमने हमारी मां, बहनों को मना किया है कि गरबा वगैरह में ना जाए। अपने घरों में रहें। उन्होंने कहा कि हिंदू, मुस्लिम, सिख ईसाई, सभी आपस में बैठकर कोई सा भी त्योहार हो बातचीत करना चाहिए। आपस में मिलना जुलना चाहिए।

नवरात्रि को लेकर रतलाम पुलिस भी अलर्ट मोड पर है। लगातार रात्रि में मेले में एसपी अमित कुमार, एएसपी राकेश खाखा, सीएसपी अभिनव वारंगे समेत तमाम अधिकारी लगातार घूम कर व्यवस्था देख रहे है। मेले और गरबा पंडालों की सुरक्षा को लेकर सुरक्षा बल भी तैनात कर रखा है।

बता दें कि पिछले महीने गणेश चतुर्थी के वक्त भी रतलाम शहर की फिजा बिगाड़ने की कोशिशें हुई थी। तब 500 से ज्यादा उपद्रवियों ने स्टेशन रोड थाने का घेराव कर दिया। उन्होंने झूठा आरोप लगता कि गणेश प्रतिमा ले जाने के दौरान जुलूस पर किसी ने पत्थर फेंका। इतना ही नहीं वे पुलिस से भी भीड़ गए थे। हालांकि, तत्कालीन एसपी राहुल लोढ़ा ने सख्ती से कानून व्यवस्था सुनिश्चित की। बाद में हिंदू संगठनों के विरोध के कारण उनका ट्रांसफर कर दिया गया।