भोपाल के महिला थाने में गोद भराई की रस्म, गर्भवती एसआई के लिए सहकर्मी बने मायके वाले

पूरे महिला थाने के स्टाफ ने एसआई करिश्मा की गोद भराई के लिए एक परिवार की भूमिका निभाई। स्टाफ में शामिल 25 महिला कर्मचारी बहन, सहेली और अन्य रिश्तेदार के रोल में थे।

Updated: Oct 20, 2022, 07:21 AM IST

भोपाल। राजधानी भोपाल के महिला थाने की एक पहल चर्चा में है। यहां एक एसआई ने चाइल्ड लीव मांगी तो थाने को फूलों और गुब्बारों से सजा दिया गया। उनको लीव पर भेजने से पहले गोद भराई की रस्म पूरी की गई। सभी कर्मचारी मायके वाले की भूमिका में थे।

राजधानी का महिला थाना अमूमन घरेलू हिंसा, घरेलू विवादों व अन्य महिला अत्याचार की कहानियों से भरा हुआ रहता है। लेकिन बुधवार रात को महिला थाने में कुछ अलग देखने को मिला। महिला थाना फूलों से सजाया गया था। चारों और गुब्बारे लगाए गए। पूरे स्टाफ ने खुशियां मनाईं। मौका था- SI करीश्मा की गोद भराई की रस्म का। SI ने चाइल्ड लीव मांगी, तो उनको लीव के साथ खुशियां भी दी गईं। थाने का पूरा स्टाफ उनका मायका बना।

SI करिश्मा राजावत ग्वालियर की रहने वाली हैं और यह उनका 8वां महीना है। करिश्मा ने TI अंजना धुर्वे को चाइल्ड लीव का आवेदन दिया था। उन्होंने इसे मंजूरी तो दी ही साथ में महिला थाने में गोद भराई रस्म भी करा दी। एक घंटे चले कार्यक्रम में पूरा स्टाफ करिश्मा का मायका बन गया।

यह भी पढ़ें: रुपए की दुर्गति जारी, डॉलर के मुकाबले 83 के भी पार पहुंचा, अब तक की सबसे बड़ी गिरावट

SI अंजना रघुवंशी ने मां बनकर उसकी गोद भराई की रस्म शुरू की। आरक्षक प्रदीप शर्मा ने भाई बनकर फलों से गोद भरकर रस्म पूरी की। स्टाफ में शामिल 25 महिला कर्मचारियों ने बहन, सहेली और अन्य रिश्तेदार की भूमिका निभाई। वहीं 13 पुरुषों ने मायके वाले बनकर अपना दायित्व पूरा किया।

कांस्टेबल प्रदीप शर्मा ने भाई बनकर फल से गोद भरकर रस्म पूरी की। रस्म अदायगी करने के बाद करिश्मा को खुशी खुशी उनके घर के लिए पूरे स्टाफ ने रवाना किया। महिला थाने में यह पहली बार हुआ इस तरीके की रस्म भोपाल ही नहीं बल्कि प्रदेश भर में किसी थाने में इससे पहले नहीं की गयी।

SI करिश्मा इस आयोजन से बेहद खुश नजर आईं। उन्होंने कहा कि वे कुछ पल के लिए थाने को भूल गई थीं। उन्हें लगा कि वे मायके में हैं। उनका शानदार वेलकम हुआ। TI अंजना धुर्वे ने हाथ पकड़कर वैसे ही प्रवेश कराया है, जैसे मायके में बहनें कराती हैं।