चुनावी साल में बीजेपी को बड़ा झटका, पूर्व सांसद माखन सिंह सोलंकी ने थामा कांग्रेस का दामन

खरगोन-बड़वानी लोकसभा क्षेत्र से 2009 में भाजपा सांसद रहे हैं माखन सिंह सोलंकी ने दिग्विजय सिंह की मौजूदगी में ली कांग्रेस पार्टी की सदस्यता

Updated: Mar 31, 2023, 05:15 PM IST

बड़वानी। चुनावी साल में सत्ताधारी दल भाजपा को बड़ा झटका लगा है। खरगोन-बड़वानी लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के सांसद रहे माखन सिंह सोलंकी ने आज कांग्रेस ज्वॉइन कर लिया। आदिवासी नेता माखन सिंह सोलंकी ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की मौजूदगी में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। निमाड़ अंचल में यह कांग्रेस की बड़ी सेंधमारी के तौर पर देखा जा रहा है।

पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह शुक्रवार को बड़वानी जिले के सिलावद में जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित बैठक में शामिल होने पहुंचे। यहीं पर एक सार्वजनिक कार्यक्रम में माखन सिंह सोलंकी ने भाजपा के हज़ारों कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस का दामन थाम लिया। राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने उन्हें कांग्रेस पार्टी की सदस्यता दिलाई और कांग्रेस परिवार में शामिल होने पर शुभकामनाएं दीं। 

बता दें कि बीजेपी ने माखन सिंह सोलंकी को साल 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में खरगोन-बड़वानी लोकसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया था। सोलंकी एक बड़े अंतर से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। लेकिन उनकी योग्यता का पूरा फायदा न उठाने की वजह से वे बीजेपी से असंतुष्ट चल रहे थे। पिछले कुछ समय से उन्होंने भाजपा से दूरी भी बना ली थी।

असल में बीजेपी ने दो साल पहले माखन सिंह के भतीजे सुमेर सिंह सोलंकी को राज्यसभा सांसद बनाया और तभी से पार्टी में उनकी भूमिका माखन सिंह के मुकाबले बढ़ती जा रही थी। सुमेर सिंह का नाम गाहे बगाहे प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर भी चलता रहता है।

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65 वर्षीय माखन सिंह सोलंकी निमाड़ क्षेत्र के आदिवासियों के बीच बाऊजी के नाम से प्रसिद्ध हैं। उनका राजनीतिक करियर 1980 से शुरू हुआ। सन 1980 में वे पहली बार ग्राम पंचायत पखाल्या के सरपंच बने थे। इसके बाद वे पखाल्या पंचायत से लगातार तीन बार सरपंच रहे। परिसिमन के बाद ग्राम पंचायत ठान से भी सरपंच निर्वाचित हुए। इसके बाद जनपद सदस्य भी रहे। 2009 से 2014 तक खरगोन-बड़वानी लोकसभा के सांसद रहे।

खरगोन-बड़वानी और आसपास के क्षेत्र में माखन सिंह की पकड़ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि साल 2009 में जब देशभर में भाजपा कमजोर स्थिति में थी तब उन्होंने संसदीय चुनाव में बड़े अंतर से जीत हासिल की थी। बहरहाल, माखन सिंह सोलंकी के कांग्रेस में शामिल होने से खरगोन, बड़वानी से लेकर पूरे निमाड़ अंचल में भारतीय जनता पार्टी को भारी नुकसान होना तय माना जा रहा है।