भोपाल में पटवारियों का बड़ा प्रदर्शन, तिरंगा लेकर सीएम हाउस की ओर बढ़े हजारों पटवारी, पुलिस ने रोका

तीन दिन से सामूहिक अवकाश पर हैं पटवारी। मांगें न मानने की स्थिति में 28 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने की चेतावनी।

Updated: Aug 26, 2023, 02:11 PM IST

भोपाल। विधानसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार चौतरफा विरोध झेल रही है। प्रदेश के डॉक्टर, नर्स, चयनित शिक्षक, किसान और बेरोजगार युवक सड़कों पर हैं। अब पटवारियों के भी राज्य सरकार के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को राजधानी भोपाल में पटवारियों का बड़ा प्रदर्शन देखने को मिला। राजधानी की सड़कों पर प्रदेशभर के 19 हजार पटवारियों ने शिवराज सरकार की नीतियों के विरुद्ध तिरंगा मार्च निकाली।

अटल पथ से पटवारी CM हाउस के लिए बढ़े, लेकिन पुलिस ने CM हाउस से पहले ही बैरिकेड लगाकर रास्ता बंद कर पटवारियों को रोक दिया। बैरिकेड के अलावा वॉटर कैनन व्हीकल भी तैनात की गई है। मध्य प्रदेश पटवारी संघ के अध्यक्ष उपेंद्र सिंह बघेल ने बताया कि मुख्यमंत्री निवास तक शांतिपूर्वक तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं। लेकिन पुलिस ने हमें रोक दिया है। हमारी मांगें पूरी नहीं होने पर प्रदेशभर के पटवारी 28 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।

बघेल ने बताया कि हम चरणबद्ध आंदोलन कर रहे हैं। पहले चरण में 21 अगस्त से सभी सरकारी ग्रुप से लेफ्ट हो गए थे और आनलाइन काम का बहिष्कार किया था। दूसरे चरण में 23 से 25 अगस्त तक तीन दिन तक सामूहिक अवकाश पर रहे। अब 26 अगस्त को भोपाल में तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं। मांगे नहीं मानी गई तो हम 28 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे।

पीसीसी चीफ कमलनाथ ने पटवारियों के प्रदर्शन का समर्थन किया है। कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'मध्य प्रदेश के पटवारी राजधानी भोपाल में बड़ी संख्या में एकत्र होकर अपनी मांगों को लेकर तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं। पटवारी लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर अलग-अलग तरह से प्रदर्शन करते रहे हैं और अब 28 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दे रहे हैं। मैं मुख्यमंत्री से निवेदन करता हूं कि वह पटवारियों की मांगे ध्यान से सुनें और उनके साथ न्याय करें।'

दरअसल, मध्य प्रदेश में पटवारियों को 1998 में निर्धारित किए गए वेतनमान के अनुसार ही वर्तमान 2023 में वेतन दिया जा रहा है। पिछले 25 साल में प्रदेश के पटवारियों के वेतनमान में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। जबकि, पटवारियों से पूरे सेवाकाल में कार्य लेने वाले राजस्व विभाग एवं उसकी पद स्थापना वाले भू-अभिलेख विभाग के सभी पदोन्नत पदों (राजस्व निरीक्षक, नायब तहसीलदार, सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख, तहसीलदार, अधीक्षक भू-अभिलेख) के वेतनमान में कई बार वृद्धि की गई। राजस्व मंत्री ने 2800 पे-ग्रेड किए जाने का लिखित आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक इस पर अमल नहीं हो पाया है। ऐसे में वे पदोन्नत्ति और वेतनमान बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।