भाजपा नेता ने भरी सभा में सिंधिया को कहा नामर्द, कांग्रेस बोली- क्या उसूलों पर आंच आई
शाजापुर के पोलायकलां में मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने के कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व बीजेपी विधायक ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को कहा नामर्द
शाजापुर। विधानसभा चुनाव से पूर्व मध्य प्रदेश बीजेपी में सिर-फुटव्वल जारी है। भाजपा के एक सीनियर नेता ने भरी सभा में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को नामर्द बताया। वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस ने सिंधिया से पूछा कि क्या उनके उसूलों पर आंच आई?
मामला, शाजापुर जिले के पोलायकलां का है। यहां मोदी सरकार के 9 वर्ष पूरे होने पर भाजपा ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। कार्यक्रम में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष व शाजापुर से विधायक रहे चुके अरुण भीमावद मुख्य रूप से उपस्थित थे। इस दौरान भीमावद ने जनता को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री सिंधिया को नामर्द करार दिया।
पूर्व विधायक अरुण भीमावद कहते हैं, 'हमारे कार्यकर्ताओं में भी जोश आया, इस सरकार (कमलनाथ सरकार) को गिराना चाहिए। वो ज्योतिरादित्य सिंधिया जो नामर्द जो कांग्रेस का नेता था, उस समय.. उनको भगवान सद्बुद्धि दे वो कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में आ जाएं, इससे हमारी भावनाएं भी बढ़ी। ईश्वर ने हमारी बातों को सुना। जनता की आवाज को सुना। कार्यकर्ताओं की आवाज को सुना।'
भाजपा के पूर्व विधायक अरुण भीमावद ने सिंधिया को नामर्द बताया। शाजापुर से भाजपा विधायक और जिलाध्यक्ष भी रह चुके है अरुण भीमावद।
— MP Congress (@INCMP) June 26, 2023
क्या उसूलों पर आँच आई pic.twitter.com/tDqH6WBYo8
पूर्व विधायक अरुण भीमावद ने आगे कहा, 'कालापीपल से कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी को मैं चेतावनी देता हूं, तू कितना ही घूम ले इस विधानसभा में.. अब तेरी दाल गलने वाली नहीं है।' भीमावद का बयान तेजी से वायरल हो रहा है। इसपर विधायक कुणाल चौधरी ने कहा, 'अकोदिया की ऐतिहासिक सभा जिसमें किसानों, गरीबों और मजदूरों ने भाग लिया, उसे देखकर भाजपा नेताओं के मानसिक संतुलन बिगड़ चुके हैं। जिस तरह की अभद्र भाषा का प्रयोग वो कर रहे हैं, कहीं ना कहीं उनके मानसिक दिवालियापन को बताता है।'
चौधरी ने आगे कहा, 'ज्योतिरादित्य सिंधिया जी से मेरा सवाल है कि पूर्व विधायक आपको नामर्द नेता कह रहे हैं। यही आपको मान-सम्मान और इज्जत भारतीय जनता पार्टी में जाकर मिला है, इसका जवाब मुझे दें और जिस तरीके के शब्दों का चयन एक नेता के प्रति किया गया, मुझे लगता है यह दुर्भाग्यपूर्ण है। जब सिंधिया जी के प्रति इस तरह के भाव हैं तो हमारे प्रति क्या भाव होगी।'