MP में मेलियोइडोसिस का हाई अलर्ट, मिट्टी और पानी के बैक्टेरिया से फैलती है यह घातक बिमारी

बारिश और नमी के सीजन में बिमारी का संक्रमण अधिक फैलता है। मेलियोइडोसिस को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने उभरती हुई उपेक्षित बिमारी की लिस्ट में शामिल किया है।

Updated: Sep 23, 2025, 01:26 PM IST

Photo Courtesy: Haribhoomi
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भोपाल। मध्य प्रदेश में घातक संक्रामक बिमारी मेलियोइडोसिस तेजी से पांव पसार रही है। इसे लेकर नेशनल हेल्थ मिशन (NHM) ने अलर्ट जारी किया है। यह बिमारी मिट्टी और पानी में पाए जाने वाली बर्कहोल्डेडिया स्यूडोमेलाई नामक बैक्टेरिया से फैलती है। 

बारिश और नमी के सीजन में मेलियोइडोसिस बिमारी का संक्रमण ज्यादा फैलता है। मेलियोइडोसिस को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने उभरती हुई उपेक्षित बिमारी की लिस्ट में शामिल किया है। दक्षिण-पूर्व एशिया और ऑस्ट्रेलिया के बाद भारत के मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा राज्य, इसके नए हॉटस्पॉट बनते दिख रहे हैं। जिससे यहां खतरा बढ़ता दिख रहा है।

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एम्स के डॉक्टरों ने आम लोगों से अपील की है कि लंबे समय तक ठीक न होने वाले बुखार और टीबी जैसे लक्षणों को हल्के में न लें। और तत्काल इसकी जांच कराएं। एम्स भोपाल की बीते मंगलवार को आई रिपोर्ट के अनुसार, पिछले छह सालों में प्रदेश के 20 से अधिक जिलों से 130 से ज्यादा मामले अब तक सामने आ चुके हैं। रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि मेलियोइडोसिस से पीड़ित हर 10 मरीजों में 4 की मौत हो रही है।

विशेषज्ञों का कहना है कि यह रोग खासतौर पर डायबिटीज, किडनी के मरीजों और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। चौंकाने वाली बात है कि इसके लक्षण अक्सर टीबी जैसे लगते हैं, जिससे मरीजों को गलत इलाज मिलता है और संक्रमण पूरे शरीर में फैल जाता है।