BJP ने पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को किया पार्टी से निलंबित, अडानी पॉवर डील को लेकर लगाए थे गंभीर आरोप

आरके सिंह ने नीतीश सरकार पर 62 हजार करोड़ रुपये के बिजली घोटाले का आरोप लगाया। उन्होंने कहा था कि अडाणी समूह के साथ किया गया बिजली खरीद समझौता जनता के साथ धोखा है।

Updated: Nov 15, 2025, 03:11 PM IST

पटना। भारतीय जनता पार्टी की बिहार इकाई ने पार्टी के कद्दावर नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को पार्टी ने निलंबित कर दिया है। आरा लोकसभा सीट से सांसद रहे आरके सिंह पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। भाजपा ने उनसे पूछा है कि उन्हें पार्टी से क्यों न निष्कासित किया जाए? निलंबित किए गए भाजपा नेता आरके सिंह बिहार विधान परिषद में एमएलसी हैं।

दरअसल, नौकरशाही छोड़कर राजनीति में आए पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री आरके सिंह ने बीते दिनों बिहार में हजारों करोड़ के घोटाले का खुलासा किया था। उन्होंने नीतीश सरकार पर 62,000 करोड़ रुपये के बिजली घोटाले का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि अडाणी समूह के साथ किया गया बिजली खरीद समझौता जनता के साथ धोखा है और इसमें भारी वित्तीय अनियमितताएं छिपी हुई हैं।

सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार अडाणी पावर से 6.75 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीदेगी, जबकि मौजूदा बाजार दर इससे काफी कम है। सिंह ने सवाल उठाया कि जब यह प्लांट NTPC द्वारा लगाया जाना तय था, और केंद्रीय बजट में इसकी घोषणा भी हो चुकी थी, तो प्रोजेक्ट को अचानक निजी हाथों में क्यों सौंप दिया गया? उन्होंने कहा कि यह किसके हित में बदलाव किया गया और किसे फायदा पहुंचाने के लिए, यह सरकार को साफ करना चाहिए।

आरके सिंह ने सोशल मीडिया पर दस्तावेज साझा करते हुए कहा कि NTPC मॉडल में प्रति यूनिट फिक्स चार्ज 2.32 रुपये आता, लेकिन सरकार ने इसे 4.16 रुपये मंजूर कर दिया। यानी प्रति यूनिट 1.84 रुपये का अतिरिक्त बोझ, जो आगे चलकर हजारों करोड़ की अनियमितताओं का कारण बनेगा। आरके सिंह ने लिखा, 'चोरी और सीना जोरी साथ नहीं चल सकती। भ्रष्टाचार पर चुप रहना हमारे संस्कार में नहीं है।'

इसके अलावा उन्होंने बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को लेकर भी चौंकाने वाला बयान दिया था। उन्होंने सम्राट चौधरी, जेडीयू के अनंत सिंह, आरजेडी के सूरजभान सिंह को हत्या का आरोपी बताया था। साथ ही, ऐसे लोगों को वोट नहीं देने की अपील की थी। फेसबुक पर लिखा था कि, ऐसे लोगों को वोट देने से अच्छा है चुल्लू भर पानी में डूब कर मर जाना।