युवती ने मंदिर में किया डांस तो तिलमिला उठा बजरंग दल, कहा, समाज में रहने का नहीं है अधिकार

वीडियो के वायरल होने के बाद बवाल मच गया है, कट्टरपंथी हिंदू संगठन बजरंग दल ने मंदिर में युवती के नृत्य का विरोध किया है, वहीं मंदिर के पुजारी का कहना है कि उनके संज्ञान में ऐसी कोई बात नहीं आई है, यदि ऐसा हुआ है तो गलत हुआ है

Updated: Sep 26, 2021, 01:19 PM IST

छतरपुर। इंदौर में डांसिंग गर्ल का वीडियो वायरल होने के बाद अब छतरपुर की एक युवती का डांस करते हुए वीडियो वायरल हुआ है। अहम बात यह है कि युवती मंदिर के भीतर फिल्मी गाने पर नृत्य करती दिखाई दे रही है। डांस का वीडियो वायरल होने के कारण बवाल मचना शुरु हो गया है। डांस का वीडियो वायरल होने के बाद बजरंग दल ने कहा है कि ऐसे लोगों को समाज में रहने का कोई अधिकार नहीं है। 

रिपोर्ट्स के मुताबिक यह वीडियो छतरपुर की ही रहने वाली यूट्यूबर आरती साहू का है। हाल ही में अपने यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड के इरादे से आरती छतरपुर के जनराय टोरिया मंदिर पहुंच गई। हिंदी फिल्म के गाने सेकेंड हैंड जवानी पर आरती को वीडियो में नृत्य करते हुए भी देखा जा सकता है। 

मंदिर में वीडियो बनाने के बाद आरती ने उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। चूंकि आरती के फॉलोअर्स भी अच्छी संख्या में हैं। लिहाज़ा आरती का वीडियो वायरल होने में ज़्यादा वक्त भी नहीं लगा। जितनी जल्दी वीडियो वायरल हुआ उतनी जल्द ही बवाल भी मच गया है। कट्टरपंथी हिंदू संगठन बजरंग दल के सौरभ खरे नामक एक पदाधिकारी का बयान मीडिया में प्रकाशित किया गया है, जिसमें पदाधिकारी का यह आरोप है कि आरती जैसी लड़कियों की वजह से ही समाज में गंदगी फैलती है। हिंदू धर्म की बदनामी होती है। हिंदू संस्कृति को बदनाम करने वाले ऐसे लोगों को समाज में रहने का कोई अधिकार नहीं है। 

वहीं इस पूरे मामले में मंदिर के पुजारी भगवान दास का बयान भी मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आया है। भगवान दास का कहना है कि उन्हें मंदिर परिसर में वीडियो बनाए जाने की कोई जानकारी नहीं है। हालांकि पुजारी ने कहा है कि यदि ऐसा किया गया है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है। इस तरह अपने शौक को पूरा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। मंदिर,आश्रम, मठ जैसी जगहों को बदनाम नहीं किया जाना चाहिए।