MP: शासकीय स्कूलों में अध्यनरत बच्चों को दो साल से नहीं मिला यूनिफॉर्म, फटे-पुराने कपड़े पहनने को मजबूर हजारों नौनिहाल

पूर्व सीएम कमलनाथ ने पूछा कि क्या मध्यप्रदेश के नौनिहाल शिवराज सरकार की प्राथमिकता में कहीं नहीं है? स्कूली छात्रों के साथ इस तरह का सौतेला व्यवहार आखिर क्यों किया जा रहा है?

Updated: Aug 03, 2023, 11:35 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर नौनिहालों के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है। पीसीसी चीफ ने प्रदेश सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले लाखों बच्चों को ड्रेस नहीं मिलने का मुद्दा उठाया। उन्होंने पूछा कि क्या मध्य प्रदेश के नौनिहाल शिवराज सरकार की प्राथमिकता में कहीं नहीं है?

कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'प्रदेश में कक्षा एक से आठवीं तक के शासकीय स्कूलों के लाखों बच्चों को अब तक स्कूल यूनिफार्म नहीं मिली है। क्या मध्यप्रदेश के नौनिहाल शिवराज सरकार की प्राथमिकता में कहीं नहीं है? स्कूली छात्रों के साथ इस तरह का सौतेला व्यवहार आखिर क्यों किया जा रहा है?'

दरअसल, मध्य प्रदेश में पिछले दो वर्ष से शासकीय स्कूल के बच्चों को यूनिफॉर्म नहीं मिली हैं। कक्षा पहली से लेकर आठवीं तक पढ़ने वाले प्रदेश के 66 लाख से अधिक बच्चों को स्कूल ड्रेस नहीं मिला है। अकेले भोपाल जिले के 85 हजार से ज्यादा बच्चे ड्रेस से वंचित हैं।

भोपाल जिले के 851 सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले पहली से आठवीं तक के 83 हज़ार 326 बच्चों में से ज़्यादातर या तो फटी-पुरानी यूनिफॉर्म पहनकर स्कूल में पढ़ रहे हैं या फिर अपनी रंग बिरंगी ड्रेस पहनने को मजबूर हैं। क्योंकि उनको पिछले 2 साल से सरकार द्वारा मिलने वाली स्कूल यूनिफार्म नहीं दी गई है। इसकी वजह से या तो वे पुरानी यूनिफॉर्म पहन कर आ रहे हैं या फिर बिना यूनिफार्म के स्कूल आना पड़ रहा है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आनंद जाट ने शिवराज सरकार में हर स्तर पर व्यापक भ्रष्टाचार और अव्यवस्थाओं का आरोप लगाया। आनंद जाट ने कहा कि प्रदेश का स्कूली शिक्षा विभाग बच्चों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। बच्चों को दी जाने वाली ड्रेस की राशि बीजेपी सरकार ने इवेंट पर खर्च कर दी है। उन्होंने बताया कि कमलनाथ सरकार के दौरान सरकारी स्कूलों में कक्षा पहली से 8वीं तक छात्रों को मुफ्त दो जोड़ी ड्रेस दी जाती थी।