हम आग वहीं लगाते हैं जहां मुर्दा भी आग से डरते हैं, केके मिश्रा के ट्वीट पर प्रज्ञा ठाकुर का पलटवार
निकाय चुनाव के संभागीय चयन समिति में नहीं मिली भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर को जगह, कांग्रेस ने कसा था तंज, अब प्रज्ञा ठाकुर ने फैसले को बताया शिरोधार्य

भोपाल। मध्य प्रदेश बीजेपी ने नगरीय निकाय चुनावों को लेकर बीते हफ्ते संभागीय चयन समितियों का एलान किया था। इस सूची में हर संभाग से बड़े नेताओं के नाम शामिल हैं। लगभग सभी समितियों में वहां के सांसद का नाम भी था। लेकिन, भोपाल की संभागीय चयन समिति से स्थानीय सांसद प्रज्ञा सिंह का नाम गायब है। पार्टी के इस फैसले पर अब साध्वी प्रज्ञा का गुस्सा देखने को मिला है।
साध्वी प्रज्ञा ने रविवार को एक ट्वीट में लिखा, 'हजारों प्रश्नो का एक उत्तर- चयन समिति में नाम न होना संगठन का निर्णय "शिरोधार्य"। किन्तु- आठ विधान सभा की जनता ने एक लोकसभा सांसद चुना इस जनता के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन अवश्य करुंगी। और हां "हम आग भी वहां लगाते हैं जहां मुर्दा भी आग से डरते हैं।" सांसद संन्यासी।'
हजारों प्रश्नो का एक उत्तर-
— Sadhvi Pragya singh thakur (@SadhviPragya_MP) June 12, 2022
चयन समिति में नाम न होना संगठन का निर्णय "शिरोधार्य"।किन्तु- आठ विधान सभा की जनता ने एक लो.स.सांसद चुना इस जनता के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन अवश्य करुंगी। और हां काँ. हम आग भी वहां लगाते हैं जहां मुर्दा भी आग से डरते हैं।
सांसद_संन्यासी
दरअसल, चयन समिति में नाम नहीं आने के बाद कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए पूछा था कि क्या ये सिर्फ आग लगाने के ही काम आती है। कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने एक ट्वीट में लिखा था कि, 'भाजपा द्वारा नगरीय निकाय चुनाव को लेकर बनाई गई संभागवार चयन समिति में भोपाल संभाग से स्थानीय सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ही गायब?? BJP की ये कैसी मज़बूरी, साध्वी से कैसी दूरी..?? क्या ये सिर्फ "आग" लगाने के ही काम आती हैं??'
भाजपा द्वारा नगरीय निकाय चुनाव को लेकर बनाई गई संभागवार चयन समिति में भोपाल संभाग से स्थानीय सांसद प्रज्ञासिंह ठाकुर ही गायब??..."BJP की ये कैसी मज़बूरी,साध्वी से कैसी दूरी..?? क्या ये सिर्फ "आग" लगाने के ही काम आती हैं?? @vdsharmabjp @ChouhanShivraj @digvijaya_28 @OfficeOfKNath pic.twitter.com/aCjBxlG0Bh
— KK Mishra (@KKMishraINC) June 10, 2022
लोकतंत्र में हर वो आवाज़ जो अपने अधिकारों के लिए उठती है,वो जिंदा कौम ही होती है @SadhviPragya_MP आप मुर्दों में आग लगाके अपने को बहादुर समझिए क्योंकि
— KK Mishra (@KKMishraINC) June 12, 2022
जिंदा कौम से आप और आपकी पार्टी डरती है! महात्मा
गांधी जी जिंदा कौम के ही प्रतीक थे,जाहिर है आप उनके हत्यारे की पुजारिन हैं! pic.twitter.com/XHF95sTYev
अब प्रज्ञा ठाकुर को केके मिश्रा ने जवाब देते हुए लिखा कि, 'लोकतंत्र में हर वो आवाज़ जो अपने अधिकारों के लिए उठती है, वो जिंदा कौम ही होती है आप मुर्दों में आग लगाके अपने को बहादुर समझिए क्योंकि जिंदा कौम से आप और आपकी पार्टी डरती है! महात्मा गांधी जी जिंदा कौम के ही प्रतीक थे,जाहिर है आप उनके हत्यारे की पुजारिन हैं!'