समाधि परंपरा के खिलाफ बयान देकर फंसे सीएम मोहन यादव, नाथ समाज में आक्रोश
आक्रोशित नाथ समाज के सैकड़ों लोग शुक्रवार को नारेबाजी करते हुए राजगढ़ कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे, यहां उन्होंने कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन सौंपा।
राजगढ़। नाथ संप्रदाय को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव के बयान पर नाराजगी कम नहीं हो रही है। शनिवार को आक्रोशित नाथ समाज के सैकड़ों लोग नारेबाजी करते हुए राजगढ़ कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे, यहां उन्होंने कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन सौंपा।
बयान से नाराज नाथ समाज के राजगढ़ जिला अध्यक्ष भेरूलाल जोगी ने बताया कि बीते दिनों मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक कार्यक्रम के दौरान नाथ समाज में किसी व्यक्ति की मृत्यु उपरांत समाधि बनाने की परंपरा के खिलाफ एक बयान दिया था। उन्होंने कहा है नाथ समाज में जो समाधि की परंपरा है उसे बन्द करना चाहिए।
जोगी ने आगे कहा, 'हम उनसे कहना चाहते है CM साहब आपको यदि हमारी समाज और समाधि के बारे में जानकारी नहीं है, तो आप हमारे समाजबंधु या फिर हमारे गुरुओं से जानकारी ले ले। बिना जानकारी के हमारी समाज या हमारी पुरानी परंपरा पर कोई बयान ना दें, हम हजारों वर्षों से समाधि लेते आ रहे है और यह हमारी परंपरा आज से नहीं हजारों वर्षों से चली आ रही है। इसको हम कतई बंद नहीं करेंगे।'
उन्होंने कहा कि जो CM मोहन यादव ने हमारे समाधि परंपरा को लेकर बयान दिया है, उससे हमारी समाज को बहुत आघात पहुंचा है। इसलिए हम चाहते हैं कि मोहन यादव अपने दिये गए बयान को सार्वजनिक मंच वापस ले और जहां-जहां समाधि स्थल की जगह हमारे पास नहीं है वहां हमें समाधि के लिए जमीन आवंटित करें।