कांग्रेस सरकार आने पर पूर्व सैनिकों को नौकरी में देंगे 10 फीसदी आरक्षण, दिग्विजय सिंह का बड़ा ऐलान

चुनाव पूर्व कांग्रेस का एक और बड़ा दांव, सरकार बनने पर पूर्व सैनिकों को नौकरी में 100 फीसदी आरक्षण देगी कांग्रेस सरकार, पूर्व सैनिकों के अधिवेशन में दिग्विजय सिंह ने किया ऐलान।

Updated: Jun 25, 2023, 07:15 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस ने बड़ा दांव चला है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने ऐलान किया है कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने के बाद पूर्व सैनिकों को नौकरी में 10 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। सिंह ने ये बात कांग्रेस पूर्व सैनिक विभाग का प्रांतीय अधिवेशन में कही। वहीं, कमलनाथ ने ऐलान किया कि कांग्रेस की सरकार बनेने मंत्रालय में फौजियों की डायरेक्ट एंट्री होगी। पूर्व सैनिकों के लिए फौज का आईडी कार्ड ही मंत्रालय का गेट पास होगा।

रविवार को राजधानी भोपाल स्थित पीसीसी मुख्यालय में कांग्रेस पूर्व सैनिक विभाग का प्रांतीय अधिवेशन संपन्न हुआ। अधिवेशन में पीसीसी चीफ कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह समेत प्रदेश भर के पूर्व सैनिक शामिल हुए थे। अधिवेशन को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा, "भूतपूर्व सैनिक जब रिटायरमेंट के बाद आता है तो उसमें 20-25 साल तक और काम करने की क्षमता होती है। पूर्व सैनिकों की क्षमता को सकारात्मक रूप से कहां मोड़ना है, यह जिम्मेदारी सरकार की होती है। पूर्व सैनिकों के लिए बोर्ड है, उसके बावजूद हम देखते हैं कि उनकी छोटी-छोटी ज़रूरतों को पूरा नहीं किया जाता है। भारतीय जनता पार्टी ने तो हद पार कर दी कि जो 10 फीसदी आरक्षण कांग्रेस पार्टी ने भूतपूर्व सैनिकों को दिया था, वह भी बीजेपी ने समाप्त कर दिया। यह हमें कतई स्वीकार नहीं है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आते ही शासकीय नौकरियों में भूतपूर्व सैनिकों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण बहाल किया जायेगा।" 

पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा, "सैनिक अपना पूरा जीवन देशभक्ति के लिए समर्पित करता है। कोई सैनिक कैंटीन में काम करता है, कोई मेडिकल में तो कोई सैनिक सीमा पर रहकर देश की रक्षा के लिए काम करता है। यह प्रश्न ही नहीं है कि सैनिक कहां का है, किस ब्रांच में काम करता है लेकिन उसने जो निष्ठा के साथ देश सेवा की है उसका सम्मान किया जाना चाहिए। क्या कैंटीन और मेडिकल ब्रांच में काम करने वाले सैनिकों की सहायता के बिना सीमा पर दुश्मनों के साथ लड़ने वाला सैनिक अपना काम कर सकता है, नहीं कर सकता, इसलिए सभी सैनिक सम्माननीय हैं। विश्व में भारत जैसा कोई देश नहीं है। आपने जब देश की सेवा की तो कितने धर्म के लोग, कितनी जातियों के लोग, कितनी भाषाओं के लोग, कितने विभिन्न त्यौहारों को मानने वाले लोग थे, कितने देवी-देवताओं को मानने वाले लोग आपको मिले होंगे, लेकिन उन सब में एक ही भावना होती है, वह है देश सेवा की भावना।" 

कमलनाथ ने आगे कहा, "भारत देश ने सिख धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म को जन्म दिया। कोई ऐसा देश नहीं है विश्व में जहां इतने धर्म हो, इतनी जातियां, इतनी भाषाएं हो, इतने देवी देवता हों, इतने त्यौहार हों। आज अपना देश एक झंडे के नीचे खड़ा है, क्योंकि हमारे देश की संस्कृति जोड़ने की संस्कृति है, हम दिल जोड़ते हैं, संबंध जोड़ते हैं, रिश्तों को जोड़ते हैं। इसलिए आज हमारा देश एक झंडे के नीचे खड़ा है। लेकिन आज यह संस्कृति खतरे में है। आप देख रहे हैं मणिपुर में क्या हो रहा है? रोज इतने सारे लोग मारे जा रहे हैं, आदिवासी और गैर आदिवासी के बीच विवाद हो रहा है। तमिलनाडु में हिंदी का विवाद, पंजाब में खालिस्तान के नारे लगने शुरू हो गए। आपने अपना जीवन देश सेवा में समर्पित किया, आपने देश के रक्षक बनकर देश की सेवा की है। अब आपको इस संस्कृति का रक्षक भी बनना है।"

कमलनाथ ने आगे कहा कि यदि आप संस्कृति के रक्षक बनेंगे तभी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य सुरक्षित रहेगा। आपने देश की बहुत सेवा की है, अब आपको समाज की सेवा करना है। आपने बॉर्डर पर सेवा की क्योंकि आपको देश की चिंता थी, अब आपको आगे आने वाली पीढ़ी की चिंता करनी है। आज देश में जवान दुखी हैं, किसान दुखी हैं, छोटा व्यापारी दुखी है। आज प्रदेश की तस्वीर क्या है, पूरे प्रदेश में भ्रष्टाचार है। हमें "पैसे दो और काम लो" वाला मध्य प्रदेश नहीं बनाना है। हमें नौजवानों के भविष्य की चिंता है। वे रोज़गार चाहते हैं, काम करना चाहते हैं। हमें उनकी चिंता करनी है। आपने आरक्षण की बात की यह आपकी बहुत जायज मांग है, कांग्रेस सरकार बनने पर वह पूरी होगी। चार महीने बचे हैं, अपनी सरकार आएगी। मैं आपको कहना चाहता हूं जब कांग्रेस की सरकार बनेगी मंत्रालय में आपका जो फौजी का आईडी कार्ड है, यहीं मंत्रालय का गेट पास होगा।"