भोपाल में आज से कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक, प्रत्याशियों की पहली सूची पर लग सकती है मुहर

रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस पार्टी ने लगभग सभी सीटों पर अपने प्रत्याशियों की फाइनल सूची तैयार कर ली है। लेकिन, अब जिलाध्यक्षों से रायशुमारी और स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद उम्मीदवारों के नाम पर आखिरी फैसला होगा।

Updated: Sep 02, 2023, 10:16 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस युद्ध स्तर पर जुटी हुई है। शनिवार से अगले चार दिन लगातार कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होगी। इन बैठकों में कांग्रेस पार्टी प्रत्याशियों की फाइनल सूची तैयार करेगी। इसके लिए प्रदेश प्रभारी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला एवं स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भंवर जितेंद्र सिंह भोपाल पहुंच गए हैं। वे यहां प्रदेश के नेताओं के साथ शनिवार से पांच सितंबर तक मंथन करेंगे। 

शनिवार को पीसीसी चीफ अध्यक्ष कमलनाथ, प्रभारी रणदीप सुरजेवाला और भंवर जितेंद्र सिंह जिला अध्यक्षों, प्रभारियों और सचिवों के साथ चर्चा करेंगे। इस बैठक में प्रत्येक विधानसभा सीट का फीडबैक भी पदाधिकारियों से लिया जाएगा। इन पदाधिकारियों से संभावित उम्मीदवारों के नाम पर भी चर्चा की जाएगी। इससे पहले 66 कमजोर सीटों पर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह खुद दौरे कर रिपोर्ट सौंप चुके है। यहां पर संभावित उम्मीदवारों के नामों का पैनल तैयार कर लिया गया है। स्क्रीनिंग कमेटी में अब प्रत्याशी के नाम को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। 

इस बैठक में स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य अजय सिंह लल्लू और सत्यगिरी उल्का और सांसद भी मौजूद रहेंगे। रविवार को भी जिला पदाधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी और फीडबैक के आधार पर चुनाव की रणनीति को लेकर रोडमैप बनाया जाएगा। इसके बाद विधायक, सांसद, पूर्व विधायक और पूर्व सांसद और पार्टी के प्रदेश के सदस्यों से चर्चा की जाएगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस ने लगभग सभी सीटों पर अपने प्रत्याशियों की फाइनल सूची तैयार कर ली है। लेकिन, अब जिलाध्यक्षों से रायशुमारी और स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद उम्मीदवारों के नाम पर आखिरी फैसला होगा। उसके बाद कमेटी नाम का पैनल लेकर दिल्ली जाएगी और एआईसीसी से उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया जाएगा।

बताया जा रहा है कि कांग्रेस 15 सितंबर से पहले अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर देगी। पार्टी पहली सूची में करीब 100 से ज्यादा उम्मीदवारों के नाम घोषित कर सकती है। इनमें 66 सीटें वे शामिल हैं जहां कांग्रेस को लगातार हार का सामना करना पड़ता है। यही कारण है कि इन सीटों की जिम्मेदारी विशेष रूप से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को दी गई है। दिग्विजय सिंह इन सीटों का कई बार दौरा भी कर चुके हैं।